शिमला, 5 मार्च (ट्रिन्यू/ हप्र)हिमाचल प्रदेश के पहले पुलिस महानिदेशक आईबी नेगी का बुधवार को शिमला में निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। 31 अक्तूबर, 1932 को किन्नौर जिले के सांगला गांव में जन्मे नेगी 1958 बैच के प्रतिष्ठित आईपीएस अधिकारी थे और उत्तर प्रदेश कैडर से जुड़े थे। अपने लंबे और शानदार करियर में उन्होंने देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती देने के लिए अनेक महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दीं।वह हिमाचल प्रदेश से यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर बने पहले डायरेक्ट आईपीएस अधिकारी थे। उन्हें 1986 में हिमाचल प्रदेश पुलिस के पहले डीजीपी के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने 1990 में सेवानिवृत्त होने तक प्रदेश की कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई।जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और सेवानिवृत्त नौकरशाह एनएन वोहरा ने कहा, 'मुझे उनके निधन के बारे में जानकर बेहद दुख हुआ। आईबी और मैंने सेवा करते हुए कई साल साथ बिताए।' वोहरा ने नेगी को याद करते हुए कहा, 'वह मेरे सबसे ईमानदार, सच्चे और न्याय पसंद पुलिस सहयोगियों में से एक थे।'मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पुलिस बल में उल्लेखनीय और विशिष्ट सेवाओं के लिए आईबी नेगी को सदैव याद रखा जाएगा।नेगी ने वर्ष 1988 में इंटरपोल सम्मेलन के लिए दक्षिण पूर्व एशिया में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था। उन्हें विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। नेगी ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के एडीसी के रूप में कार्य किया और नैनीताल तथा लखीमपुर खीरी दोनों के एसपी का पद भी संभाला। उन्होंने लखनऊ में एसपी (सीआईडी) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), सीआईएसएफ तथा अरुणाचल प्रदेश में नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (एनईएफए) जैसे अर्धसैनिक बलों में भी काम किया। नेगी ने 1978 में दिल्ली पुलिस कमिश्नरेट की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने सीआरपीएफ अकादमी, माउंट आबू के डिप्टी डायरेक्टर के रूप में भी काम किया।