हाइड्रेटेड रहने को खुद तैयार करें फ्लेवर्ड वॉटर
गर्मियों में हाइड्रेटेड रहने के लिए पर्याप्त पानी पीना जरूरी है। लेकिन कई लोग सादा पानी ज्यादा नहीं पी पाते। ऐसे में घर में बनाए फ्लेवर्ड वॉटर का सेवन किया जाये तो बेहतर है। दरअसल फ्लेवर्ड वॉटर टेस्टी भी होता है और स्वास्थ्यवर्द्धक भी। ऐसा पानी ताजे फल, हर्ब्स और मसालों को मिलाकर बनाते हैं जिससे शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं।
रेखा देशराज
फ्लेवर्ड वॉटर वह पानी होता है, जिसमें कई तरह के प्राकृतिक या कृत्रिम फ्लेवर मिलाये जाते हैं। आम तौर पर इसमें फल, जड़ी-बूटियां, मसाले या मिठास बढ़ाने वाले तत्व जैसे शहद या कृत्रिम स्वीटनर मिलाते हैं। इसकी दो वजहें होती हैं एक तो पानी में प्राकृतिक तत्वों की मात्रा बढ़ाने के लिए और दूसरी बात स्वाद बढ़ाने के लिए ताकि कम प्यास लगने पर भी हम इसे पी सकें और अपने शरीर को हाइड्रेट रख सकें। क्योंकि स्वस्थ रहने के लिए हमें दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी रोज पीना चाहिए। लेकिन कई लोगों को सादा पानी पीने में रुचि नहीं होती। इसलिए ये जरूरत से कम पानी पीते हैं, उनके लिए फ्लेवर्ड वॉटर अच्छा विकल्प है, लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि यह फ्लेवर्ड वॉटर घर का बना हुआ हो। यूं तो बाहर का भी अच्छा होता है, लेकिन बाहर के फ्लेवर्ड वॉटर में कई बार कृत्रिम तत्व मिला देने से वह फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है।
कई तरह के फ्लेवर्ड वॉटर
फ्लेवर्ड वॉटर कई तरह के होते हैं। पहला नेचुरल फ्लेवर्ड वॉटर जिसमें ताजे फल, खीरा, नींबू, पुदीना और तुलसी जैसी हर्ब्स मिलायी जाती हैं। दूसरा इन्फ्यूज्ड वॉटर होता है, यह भी प्राकृतिक तरीके से तैयार किया जाता है, लेकिन इसमें फल और जड़ी बूटियों को पानी में कुछ घंटे तक ही भिगोया जाता है। तीसरी तरह का फ्लेवर्ड वॉटर बाजार में मिलने वाला बोतल बंद फ्लेवर्ड वॉटर है, यह रेडी टू ड्रिंक होता है। इसमें स्वाद बढ़ाने के लिए कृत्रिम या प्राकृतिक फ्लेवर्ड और स्वीटनर मिलाये जाते हैं। एक चौथा फ्लेवर्ड वॉटर भी होता है, जिसे स्पार्कलिंग फ्लेवर्ड वॉटर कहते हैं। इसमें कार्बोनेटेड पानी और स्वाद मिलाया जाता है, जिसे सॉफ्ट ड्रिंक का हेल्दी विकल्प माना जाता है।
विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर
पानी को फ्लेवर्ड बनाने से उसमें विटामिन्स और मिनरल्स की मात्रा भी बढ़ जाती है। गर्मी के दिनों में इस फ्लेवर्ड पानी को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पीने से हम पूरा दिन हाइड्रेट रहते हैं और होम मेड फ्लेवर्ड पानी के कारण दूसरे मीठे और कैमिकल, कृत्रिम रसायनों से भरपूर ठंडे पेय पदार्थ पीने से भी बचे रहते हैं। पानी को फ्लेवर्ड बनाने से यानी उसमें ताजे फल, हर्ब्स और ताजे मसालों को मिलाने से शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं। लेमन, लाइम, ऑरेंज, अंगूर और तमाम किस्म की बेरीज, विटामिन सी के उत्तम स्रोत हैं। इनके साथ ताजा अदरक और औषधीय गुणों से भरपूर पुदीना पानी को फ्लेवर्ड बनाने के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाते हैं।
वजन घटाने में मददगार
फ्लेवर्ड वॉटर वजन घटाने में सहायक होता है। क्योंकि फ्लेवर्ड वॉटर ज्यादा पीया जाता है। ज्यादा पानी पीने से पेट हर समय भरा रहता है। वजन बढ़ाने वाली स्नैक्स खाने की इच्छा कम हो जाती है। अगर घर का बनाया फ्लेवर्ड वॉटर है तो यह प्राकृतिक होने के साथ-साथ खनिज लवणों और विटामिन सी से भरपूर होता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।
स्वास्थ्य के लिए भी गुणकारी
निश्चित रूप से फ्लेवर्ड वॉटर पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, क्योंकि इससे शरीर हाइड्रेट रहता है। फ्लेवर्ड वॉटर सॉफ्ट ड्रिंक पीने की तुलना में हेल्दी विकल्प है। साथ ही फ्लेवर्ड वॉटर में कई तरह के फल और जड़ी बूटियों के तत्व मिले होने से यह हेल्दी होता है और अच्छे से डिटॉक्स करता है, लेकिन फ्लेवर्ड वॉटर तब हानिकारक भी हो जाता है, अगर वह बाजार का बोतल बंद फ्लेवर्ड वॉटर है और उसमें जरूरत से ज्यादा कृत्रिम मिठास और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं। बाजार का फ्लेवर्ड वॉटर एसिडिटी पैदा करता है वहीं यह दांतों की समस्या भी बढ़ा देता है। कुछ फ्लेवर्ड वॉटर ज्यादा खट्टे होते हैं, उनसे एसिडिटी तो हो ही जाती है, दांतों के इनेमल को भी नुकसान पहुंचता है, इसलिए फ्लेवर्ड वॉटर अच्छा है मगर तभी वह जब घर का बना हो। -इ.रि.सें.