हरियाणा में सरकार नाम की कोई चीज नहीं, अपराधियों के हौसले बुलंद : दीपेन्द्र हुड्डा
बोले- पिछले 2 महीनों में ही हत्या, रंगदारी, फायरिंग की 29 बड़ी वारदातें हुईं
रमेश सरोए/ हप्र
करनाल, 4 जुलाई
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा शुक्रवार को करनाल के विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने हरियाणा में कानून-व्यवस्था पर चिंता जताते हुए कहा कि हरियाणा अपराधियों की शरणस्थली बन चुका है। ऐसा लगता है जैसे प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज ही न हो। अपराधियों के हौसले इस कदर बढ़ गये हैं कि वे सत्ताधारी दल का झंडा लगाकर पूरे प्रदेश में दनदनाते हुए वारदात कर रहे हैं। वहीं, प्रदेश की अफसरशाही मुख्यमंत्री की भी नहीं सुन रही। क्योंकि उनको पता है कि उनके ट्रांसफर-पोस्टिंग कहीं और से हो रहे हैं। दीपेन्द्र ने कहा कि पिछले 2 महीनों में ही हत्या, रंगदारी व फायरिंग की 29 बड़ी वारदातें हुईं जो बता रहीं कि कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई। दीपेन्द्र हुड्डा ने सरकार से खोखले दावे करने की बजाय अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की मांग की।
सांसद ने कहा कि हरियाणा विधानसभा के पिछले सत्र में मुख्यमंत्री सैनी द्वारा रखे गये अपराध से संबंधित नवीनतम आंकड़ों ने राज्य में अपराध की भयावह स्थिति को उजागर कर दिया है। मुख्यमंत्री ने खुद बताया कि 2024 में हरियाणा में औसतन हर दिन 3 हत्याएं, 3 बलात्कार और सामूहिक बलात्कार, 9 से अधिक अपहरण, 1 डकैती और करीब 19 महिलाओं के विरुद्ध अपराध दर्ज किए गए। 2024 में विभिन्न संगीन अपराधों के दर्ज कुल मामलों की संख्या भी चिंता बढ़ाने वाली है। इनमें 966 हत्याएं, 1,388 बलात्कार, 113 सामूहिक बलात्कार, 4,621 अपहरण, 489 डकैती/लूटपाट, 9,488 महिलाओं के खिलाफ अन्य अपराध दर्ज हुए हैं। पुलिस थानों में दर्ज अपराधों की संख्या खुद इस बात का प्रमाण है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति भयावह हो चुकी है। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भारत सरकार की सामाजिक प्रगति सूचकांक रिपोर्ट में हरियाणा को देश का सबसे असुरक्षित राज्य बताया गया। वर्ष 2019 से 2024 तक कुल 1,19,011 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। इनमें से 6,338 हत्या और 22,994 अपहरण से जुड़े मामले हैं।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार अपराधियों पर नकेल कसने की बजाय सोशल मीडिया पर कार्टूनबाजी, डायलॉगबाजी कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है। लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं से पूरे हरियाणा में दहशत का माहौल है। अपराधियों की शरणस्थली बने हरियाणा में अपराध इस कदर बेकाबू है कि फायरिंग, फिरौती, लूट, हत्या, महिलाओं के खिलाफ अपराध रोजाना की बात हो गई है। इससे पहले जब साल 2000 से 2005 तक बीजेपी और इनेलो की सरकार थी, तब हरियाणा में ऐसी ही गुंडागर्दी और माफियाराज था।
'कांग्रेस राज में गैंगस्टर, माफिया, बदमाशों का किया था सफाया'
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 2005 में कांग्रेस सरकार ने आते ही बदमाशों को स्पष्ट चेतावनी दी कि या तो बदमाशी छोड़ दो या फिर हरियाणा और इसे सख्ती से लागू भी किया। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश से गैंगस्टर, माफिया और बदमाशों का सफाया कर दिया था। 2005 में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के मुख्यमंत्री बनने से पूर्व कानून-व्यवस्था की जो स्थिति थी, अब उससे भी बदतर हालत हो गई है।