हिसार, 10 जून (हप्र) हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति के पुराने नियमों को फिर से लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों के साथ मंगलवार को शर्मनाक हादसा हुआ जिसमें विवि के सुरक्षा कर्मियों ने विद्यार्थियों के साथ बेरहमी से मारपीट की। इस तरह की कार्रवाई विवि में किसी भी प्रदर्शन के दौरान आज तक पुलिस द्वारा भी नहीं की गई है।विवि प्रशासन की तानाशाही की पराकाष्ठा यह है कि प्रशासन का कोई अधिकारी इस पर बयान देने के लिए आगे नहीं आ रहा है और बस प्रशासन की तरफ से बयान जारी कर विद्यार्थियों पर सुरक्षाकर्मियों की वर्दी फाड़ने का आरोप लगाया जा रहा है। आरोप भी यह है कि विद्यार्थी कुलपति कार्यालय में घुसने का प्रयास कर रहे थे और सुरक्षागार्ड उनको रोक रहे थे। विद्यार्थियों का सवाल है कि कुलपति कार्यालय विद्यार्थियों की बात सुनने के लिए और उनके लिए बेहतर योजना आदि बनाने के लिए है तो वहां पर विद्यार्थी नहीं तो क्या सुरक्षा गार्ड घुसेंगे।विद्यार्थियों ने बताया कि विश्वविद्यालय में 70 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले हर विद्यार्थी को छात्रवृत्ति मिलती थी लेकिन विवि ने नया संशोधन करके यह फैसला लिया है कि सिर्फ शीर्ष 25 प्रतिशत विद्यार्थियों को ही छात्रवृत्ति मिलेगी। यही नहीं मेरिट छात्रवृत्ति की न्यूनतम योग्यता भी 70 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दी गई है।विवि में सुरक्षा के नाम पर गुंडे भर्ती किए : विवि शिक्षक-हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय के कृषि अर्थशास्त्र विभाग के शिक्षक डॉ. अनिल महला ने अपने फेसबुक पेज पर इस घटना के संदर्भ में पोस्ट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोनी गर्व से कह रहे हैं कि भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है लेकिन हरियाणा के एकमात्र कृषि विश्वविद्यालय हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी स्कॉलरशिप के पुराने नियमों को लेकर सड़कों पर है, वह कुछ नया नहीं मांग रहे हैं। आज चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश में विश्वविद्यालयों की सुरक्षा के नाम पर बाकायदा गुंडों की भर्ती की जा रही है जिन्होंने विद्यार्थियों के प्रदर्शन के दौरान उनके साथ हाथापाई की।कुलपति कार्यालय में घुसने के लिए विद्यार्थियों ने वर्दी फाड़ी : विवि प्रशासन-विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने आधिकारिक व्हाट्सअप ग्रुप पर बयान जारी कर कहा कि मंगलवार को कुछ विद्यार्थियों ने स्कॉलरशिप की मांग के लिए नारे लगाते हुए कुलपति कार्यालय में घुसने की कोशिश की। वहां खड़े सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो विद्यार्थिायों ने उनके साथ मारपीट की और उनकी वर्दी भी फाड़ दी। सुरक्षा कर्मियों ने विद्यार्थियों को खदेड़ने की कोशिश की। पूर्व में इसी मुद्दे पर कुलपति ने विद्यार्थियों से मिलने के बाद उनकी मांग पर एक कमेटी का गठन किया था परंतु विद्यार्थियों ने कमेटी से बैठक नहीं की।सुरक्षा गार्ड पर होनी चाहिए एफआईआर : जाखड़-एडवोकेट राजेश जाखड़ से बात की तो उन्होंने कहा कि यह घटना ना सिर्फ मानवाधिकारों का उल्लंघन है बल्कि पुलिस जैसी वर्दी पहनकर विवि के सुरक्षाकर्मी नकली पुलिस कर्मचारी बनने का एक अलग अपराध कर रहे हैं क्योंकि यह वर्दी वे नहीं पहन सकते। बल प्रयोग की पावर सिर्फ पुलिस के पास है वह भी कानून के दायरे में रहकर लेकिन विवि के सुरक्षाकर्मी पुलिस के वर्दी पहनकर बल प्रयोग करके एक दूसरा अपराध कर रहे हैं। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।