सेहत का मंत्र
विख्यात विचारक बर्नार्ड शॉ के एक डॉक्टर मित्र अक्सर बीमार रहते थे। एक दिन शॉ ने संदेश भेजा, ‘कभी फुरसत में हों तो मेरा हालचाल पूछ कर जाएं।’ डॉक्टर तुरंत आए, लेकिन सीढ़ियां चढ़ते ही हांफने लगे। शॉ ने उन्हें आराम-कुर्सी दी, पानी पिलाया और मुस्कुराते हुए बोले, ‘मैं उम्र में आपसे बड़ा हूं, फिर भी इन सीढ़ियों पर दिन में तीन बार चढ़ता-उतरता हूं और कभी नहीं हांफता। यदि आप चाहें तो मैं इसका नुस्खा बता सकता हूं।’ डॉक्टर ने उत्सुकता से पूछा, ‘कृपया बताइए, यह समस्या मुझे अक्सर होती है।’ शॉ बोले, ‘अपनी खुराक में एक-तिहाई कटौती कर दें।’ फिर मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, ‘अब नुस्खा बताने की फीस पांच शिलिंग दीजिए।’ डॉक्टर हंस पड़े और पांच शिलिंग शॉ को दे दिए। शॉ अपने मित्रों को इसी तरह बुलाकर स्वास्थ्य का यह अचूक मंत्र देते और उनसे पांच शिलिंग वसूलते थे। शा कहते थे-स्वास्थ्य के लिए संयमित आहार और संतुलित जीवनशैली आवश्यक है।
प्रस्तुति : डॉ. मधुसूदन शर्मा