सेलिब्रिटी चोर भविष्य उज्ज्वल चहुंओर
आलोक पुराणिक
खबरें गजब गजब हैं, मुझे तो चिंता हो रही है। फिल्म स्टार सैफ अली खां के घर में घुसा चोर धर लिया गया और अब वह अंदर है।
खबर यह है कि वह चोर खुद सेलिब्रिटी बन लिया है, बहुत संभव है कि कुछ समय बाद बिग बास टाइप किसी प्रोग्राम में वह बुला लिया जाये। इधर सेलिब्रिटी तरह तरह के लोग बन रहे हैं।
कुछ समय बाद वह चोर इतना फेमस हो सकता है कि कोई राजनीतिक दल उसे चुनावी टिकट दे कर विधायक भी बनवा सकता है। लोकतंत्र में कुछ भी संभव है। बल्कि कहा जाये कि कुछ मामलों में तो टॉप पर पहुंचने के लिए इसका गुण होना कंपलसरी है। पाकिस्तान की पालिटिक्स देख लीजिये। टाप पर पहुंचने के लिए या तो सेना का भ्रष्ट जनरल होना जरूरी है या फिर भ्रष्ट कारोबारी होना आवश्यक है।
पाकिस्तान का लोकतंत्र तो सुपर सर्कस है। वहां जो पीएम होता है, वह इस खौफ में रहता है कि कहीं सेना वाले उसे न हटा दें। सेना वाले इस खौफ में रहते हैं कि विदेशों से जो भीख मिलती है, वो रुक न जाये।
भीख केंद्रित लोकतंत्र की आफत यह है कि भीख इतनी बड़ी मिलनी चाहिए कि सबको लूटने खाने का इंतजाम हो जाये। पाकिस्तान को भीख इतनी नहीं मिलती, पर कर्मों के फल जरूर मिल रहे हैं। पाकिस्तान के पड़ोसी तालिबान ने आऱोप लगाये हैं कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में आतंक फैला रहा है। मतलब तालिबान को दुनिया भर में आतंकी माना जाता है, वो ही अब कह रहे हैं कि पाकिस्तान उनके यहां आतंक मचा रहा है।
चोर के घर चोर, पुरानी कहावत है, नयी कहावत यह है कि आतंकी के घर आतंकी।
लोकतंत्र का नया जलवा अमेरिका में दिख रहा है। अमेरिका में नये राष्ट्रपति ट्रंप ने कह दिया है कि अमेरिका के पैसे अमेरिका में लगेंगे, वो यूक्रेन में नहीं जायेंगे। जेलेंस्की अमेरिका से रकम लेकर रूस से युद्ध कर रहे थे। अपनी जेब में पैसे ना हों, तो भी युद्ध करना जरूरी है, यह बात पाकिस्तान के जनरल भी मानते हैं और यही बात जेलेंस्की भी मानते हैं। पैसे कहीं से आ जायें, और मूर्खता अपनी हो, तो युद्ध कहीं भी हो सकता है। अब ट्रंप ने कहा कि मूर्खता अपनी है, तो रकम भी अपनी लगाओ। यह बात जेलेंस्की को समझ नहीं आ रही है। दूसरों के बूते नक्शेबाजी नहीं करनी चाहिए, पुराने जमाने में बुजुर्ग यही बताते थे।
सैफ अली खान के घऱ मारधाड़ मचाने वाले सेलिब्रिटी चोर भी नयी स्टाइल के हैं, ग्लोबल चोर हैं। बंगलादेश से आये और यहां मीडिया पर छा गये। आइये, दुआ करें कि यह कभी मंत्री न बन जायें।