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सिनेमा ने दी हरियाणा को नई पहचान

04:00 AM Mar 09, 2025 IST
सिनेमा ने दी हरियाणा को नई पहचान
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प्रद्युम्न भल्ला
डॉ. प्रदीप शर्मा स्नेही द्वारा संकलित पुस्तक ‘हरियाणवी कलाकारों का सिनेमा में योगदान’ अपने आप में एक विशाल कार्य है, जो कई मायनों में महत्वपूर्ण है। चार खंडों में विभाजित इस पुस्तक में ‘बहु रानी’ से ‘दादा लखमी’ तक के सफर पर प्रकाश डाला गया है, वहीं हरियाणवी सिनेमा में पुरुष एवं महिला कलाकारों द्वारा दिए गए योगदान की चर्चा विस्तार से की गई है। इसके साथ ही एक अन्य खंड में हिंदी और क्षेत्रीय सिनेमा में हरियाणवी पुरुष एवं महिला कलाकारों द्वारा किए गए कार्य को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
अनेक क्षेत्रों के साथ-साथ हरियाणवी कलाकारों ने सिनेमा की विभिन्न विधाओं को भी निरंतर समृद्ध किया है।
वर्ष 1970 से 1980 के दशक में अल्प चर्चित हरियाणवी फिल्में ही प्रदर्शित हुईं, मगर सही मायनों में 1982 में प्रदर्शित ‘बहु रानी’ से हरियाणवी फिल्मों का स्वर्णिम दौर शुरू हुआ। इन फिल्मों के कलाकारों में बहुत से नाम शामिल हैं, जैसे हरियाणवी कलाकारों का सिलसिला देवी शंकर प्रभाकर से शुरू होकर राघवेंद्र मलिक, दरियाव सिंह मलिक, अनूप लाठर, जनार्दन शर्मा, राजीव भाटिया, जगबीर राठी, महावीर गुड्डू से होकर नवीन ओल्याहन तक जाकर ठहरता है।
इसके साथ-साथ हिंदी एवं क्षेत्रीय सिनेमा में योगदान देने वाले कुछ चर्चित नामों में ख्वाजा अहमद अब्बास से लेकर पंडित जसराज, सुनील दत्त, ओम पुरी, सुभाष घई, सतीश कौशिक, पंकज बेरी आदि शामिल हैं, जिनका योगदान अविस्मरणीय है।
इनके साथ-साथ हरियाणा के लिए गौरव की बात यह भी है कि सीताराम पांचाल, जितेंद्र भारद्वाज, सोनू निगम, यशपाल शर्मा, रणदीप हुड्डा, राजकुमार राव, मनीष वधवा, सुनील ग्रोवर और राहुल राय गुप्ता आदि कुछ ऐसे नाम हैं जिनके योगदान से हरियाणा का नाम राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुआ है। हिंदी और क्षेत्रीय सिनेमा में योगदान देने वाली महिला कलाकारों की सूची भी बहुत लंबी है।
निश्चय ही यह पुस्तक जहां कलाकारों के व्यक्तित्व, जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डालती है, वहीं पाठकों के लिए भी जानकारी का एक भरपूर खजाना है।

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पुस्तक : हरियाणवी कलाकारों का सिनेमा में योगदान लेखक : डॉ. प्रदीप शर्मा स्नेही प्रकाशक : बोधि प्रकाशन, जयपुर पृष्ठ : 223 मूल्य : रु. 299.

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