पंचकूला, 7 मई (हप्र)मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए), पंचकूला अपर्णा भारद्वाज ने बुधवार को सेक्टर-15 स्थित शिशु गृह का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में सुविधा के प्रबंधन, स्वच्छता और सुरक्षा के बारे में कई खामियां सामने आईं, जिससे वहां रखे गए बच्चों के कल्याण के बारे में चिंताए पैदा हुईं।निरीक्षण के दौरान भारद्वाज ने पाया कि शिशु गृह या स्वागत क्षेत्र में कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था। इसके बजाय, अधिकारी कार्यालय परिसर में अनौपचारिक बातचीत में व्यस्त पाए गए, जो पूरी तरह से अपनी जिम्मेदारियों की उपेक्षा कर रहे थे। निरीक्षण के समय, शिशु गृह में बिना किसी निगरानी के नौ बच्चे मौजूद थे। निरीक्षण में यह भी पता चला कि सुविधा का उद्यान क्षेत्र दयनीय स्थिति में था, कचरे से अटा पड़ा था और हर जगह गंदगी थी।निरीक्षण में यह भी पता चला कि सुविधा में स्थापित कई सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। बार-बार निर्देशों के बावजूद, अधिकारी खराब निगरानी उपकरणों की मरम्मत या उन्हें बदलने में विफल रहे हैं। इन खामियों और संबंधित कर्मचारियों के लापरवाह रवैये को देखते हुए अपर्णा भारद्वाज ने पंचकूला के उपायुक्त को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। पत्र में शिशु गृह में रहने वाले बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए तत्काल सुधारात्मक उपाय और संबंधित अधिकारियों की सख्त जवाबदेही की मांग की गई है।