शहीद की पत्नी पर हमला करने वाले परिवार का किया सामाजिक बहिष्कार
नारनौल, 14 अप्रैल (हप्र)
शहीद की पत्नी पर हुए हमले के बाद आज गांव दोस्तपुर में आसपास के गांवों के पंच-सरपंचों व मौजिज लोगों की पंचायत हुई। पंचायत में शहीद की पत्नी के हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किए जाने पर रोष जताया गया। वहीं पंचायत में शहीद की पत्नी पर हमला करने वाले परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया गया। पंचायत में पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा दिए जाने की भी मांग की गई। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। गांव दोस्तपुर में शहीद खुशीराम की पत्नी प्रेम देवी पर पड़ोस के एक युवक के अलावा 4-5 अज्ञात युवकों ने हमला कर दिया था। हमलावरों ने महिला की लाठियों से पिटाई की थी। इसका एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। जिसमें हमलावर शहीद की पत्नी को बेरहमी से पीटते दिखाई दे रहे हैं। हमले के बाद शहीद की पत्नी प्रेम देवी को नारनौल अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर अवस्था के चलते उसे गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कई गांवों के पंच-सरपंच रहे मौजूद
मामले में आज आसपास के गांवों के पंच-सरपंचों व दोस्तपुर के ग्रामीणों की पंचायत हुई। पंचायत का संचालन एडवोकेट लक्खी ने किया। पंचायत का मुख्य उद्देश्य शहीद परिवार के साथ हुई घटना पर चर्चा करना था। पंचायत में निर्णय लिया कि गांव के सब लोगों ने मिलकर खुलकर शहीद के परिवार का साथ देंगे। इसमें जो जो भी दोषी है हम उनको सजा दिलाने का काम करेंगे। पंचायत करीब 4 घंटे तक चली। गांव के लोगों ने एक साथ मिलकर जिन लोगों ने ये घटना की है, उसके परिवार का गांव से बहिष्कार करने का निर्णय लिया। जिसके तहत गांव का कोई भी व्यक्ति उनके किसी प्रोग्राम या कार्य में न तो जाएगा, न ही उनको बुलाया जाएगा।
एसएचओ को 7 दिन का समय, ज्ञापन सौंपा
पंचायत ने चर्चा करते हुए शहीद के परिवार के साथ घटी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की तथा भविष्य में गांव में ऐसी घटना न हो, उसके लिए आज कड़े फैसले लिए गए। पंचायत के दौरान नांगल चौधरी थाना प्रभारी छतरपाल को भी बुलाया गया। पंचायत ने थाना प्रभारी से पूछा कि अभी तक आरोपी गिरफ्तार क्यों नहीं हुए। थाना प्रभारी ने पंचायत मैं बैठे लोगों को विश्वास दिलाया कि वे पूरी ईमानदारी से इस घटना पर कार्यवाही कर रहे हैं। थाना प्रभारी ने 7 दिन का समय लिया कि पुलिस को 7 दिन का समय दिया जाए। इसमें जो दोषी है, चाहे कोई भी हो किसी को बख्शा नहीं जाएगा। पंचायत के बीच थाना प्रभारी को एक ज्ञापन भी सौंपा गया।