वेलेंटाइन की फिज़ा में रोमांस स्कैम जैसे जाल भी
असल दुनिया हो या वर्चुअल वर्ल्ड, प्रेम के नाम पर धोखाधड़ी निरंतर बढ़ रही है। खासकर, वेलेंटाइन यानी प्रेम की इस फिज़ा में लव स्कैम से महिलाओं का सजग रहना जरूरी है। ऑनलाइन ठग भरोसा जीतने के लिए पहले फ्रेंडशिप करते हैं व फिर धमाकेदार रिटर्न का वादा कर पैसे ऐंठते हैं। जॉब और अन्य लालचों का जाल फेंकते हैं । ऐसे में जरूरी है कि महिलाएं व्यावहारिक धरातल पर सोचें।
डॉ. मोनिका शर्मा
प्रेम को समर्पित दिनों के इस परिवेश में प्यार के अजब-गजब खेल की समझ रखना भी आवश्यक है। सच तो यह है कि स्नेह भरे जुड़ाव के नाम पर दिशाहीन हो जाने के इस के दौर में यह सजगता हर समय ही जरूरी है। अनदेखे-अनजाने चेहरों के वादों और दावों की जालसाजी को लेकर सावधानी तो बहुत जरूरी है। ऑनलाइन दुनिया में प्रेम के नाम पर लव स्कैम या रोमांस स्कैम के रूप में होने वाली धोखेबाज़ी के बढ़ते मामले सचमुच चेताने वाले हैं। जरूरी है कि महिलाएं व्यावहारिक धरातल पर सोचें। प्यार करने के भ्रम भरे सम्बन्धों के घेरे में ना आएं।
सजग रहें स्त्रियां
ऑनलाइन किसी भी तरह के शोषण और धोखाधड़ी के आपराधिक मामलों को अंजाम देने वाले लोग बड़ी संख्या में महिलाओं को अपनी जालसाजी का शिकार बना रहे हैं। विशेषकर भावनात्मक जुड़ाव की भूल-भुलैया में हर आयु वर्ग की स्त्रियों के साथ धोखाधड़ी हो रही हैं। चर्चित ‘पिग बुचरिंग स्कैम’ के मामलों में महिलाओं के साथ सोची-समझी रणनीति के तहत जालसाजी की जा रही है। ज्ञात हो कि ‘पिग बुचरिंग स्कैम की धोखाधड़ी को समझने से लिए बूचड़खाने का उदाहरण दिया जाता है। जैसे बाड़े में जानवर को देखभाल के साथ रखते हुए स्नेह संभाल करने के बाद उसका जीवन छीन लिया जाता है, वैसे ही इस तरह ठगी करने वाले पहले विश्वास जीतने का खेल खेलते हैं। धोखा देने से पहले इस जालसाजी में स्नेह भरे जुड़ाव का पक्ष भी शामिल होता है। झूठे प्रेम, असली निवेश और योजनागत धोखाधड़ी के तत्वों का यह मिलाजुला खेल सोच-समझकर खेला जाता है। पीड़ित के साथ सधे-सहज ढंग से रिश्ते जोड़ने की प्रक्रिया अपनाते हुए नकली अवसरों और वित्तीय लाभ का लालच दिया जाता है। दुखद है कि प्रेम के नाम पर महिलाएं इस तरह की धोखाधड़ी के भंवर में फंसकर वित्तीय हानि तो उठाती ही हैं, भावनात्मक-शारीरिक शोषण का भी शिकार बनती हैं।
रोमांस स्कैम का जाल
नगरों से ही नहीं, अब तो गांवों से भी आए दिन ठगी से ऐसे मामले सामने आने लगे हैं। जिनमें पहले भरोसा जीतने के लिए दोस्ती और प्रेम का सहारा लिया गया फिर धमाकेदार रिटर्न का वादा करते हुए पैसे ठगे जाते हैं। जालसाजी का यह रंग-ढंग वैश्विक स्तर पर विस्तार पा रहा है। हर आयु वर्ग की महिलाएं ठगों के निशाने पर होती हैं। कुछ समय पहले मलेशिया की 67 वर्षीय महिला सात साल तक चलने वाले ऑनलाइन लव स्कैम का शिकार हुई। जिसमें उससे करीब 4.4 करोड़ रुपये ठगे गए। हैरानी है कि महिला कभी अपने कथित साथी से नहीं मिली। भावनात्मक दिशाहीनता से जुड़े ठगी के ऐसे मामलों में आभासी दुनिया में विशेष सतर्कता की दरकार है। कई सोशल मीडिया मंचों पर जाली प्रोफाइल बनाकर भी महिलाओं को प्यार के चंगुल में फंसाया जाता है। हाल ही में दिल्ली के 23 वर्षीय लड़के ने खुद को ब्राजीलियन मॉडल बताकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स बम्बल और स्नैपचैट पर 700 लड़कियों को भावनात्मक जुड़ाव बनाकर अपने जाल में फंसाया। उसने 18 से 30 साल की महिलाओं से मित्रता बढ़ाकर निजी तस्वीरें भेजने के लिए मना लिया। तस्वीरें भेजने वाली लड़कियों और महिलाओं को ब्लैकमेल करने से इरादे से खेले गए खेल में उसने तस्वीरों को इंटरनेट पर वायरल करने या डार्क वेब पर बेचने की धमकी देकर पैसे ठगे। बीते दिनों ऑनलाइन ठगी का एक और तरीका भी सामने आया। राजस्थान के झालावाड़ में शादी का झांसा देकर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने एक महिला को बहकावे में लेकर करीब 23.50 लाख रुपये अपने खाते में जमा करवाने के बाद अपना फोन नंबर तथा सोशल साइट अकाउंट ब्लॉक कर दिया। ऐसे मामले झूठे प्रेम का जाल बुनकर अंजाम दिए जाते हैं। जरूरी है कि महिलाएं व्यावहारिक धरातल पर सोचें। प्यार करने के भ्रम भरे सम्बन्धों के घेरे में ना आएं।
आभासी जालसाजी के वास्तविक नुकसान
झूठे प्रेम की वर्चुअल धोखाधड़ी असली दुनिया में सब कुछ उजाड़ देती है। इस सोचे-समझे जाल को समय रहते समझिए। मौजूदा दौर में असल दुनिया से लेकर वर्चुअल दुनिया तक, खुद को भावनात्मक रूप से मजबूत रखना जरूरी हो चला है। प्रेम यूं तलाशने या आंख बंद कर किसी की बातों में आ जाने से नहीं मिलता। यह फरेब महिलाओं से बहुत कुछ छीन लेता है। पैसे ऐंठने से लेकर ब्लैकमेलिंग का भय दिखाने तक, धन, सुकून और सम्बन्धों में खटास आने जैसे अनगिनत खमियाजे झेलने पड़ते हैं। जालसाजी के ऐसे मामलों में कई बार ब्लैकमेलिंग पैसे ऐंठने तक ही सीमित नहीं रहती। महिलाओं को शारीरिक शोषण और दूसरे लोगों को ठगने के खेल में शामिल होने के लिए भी बाध्य किया जाता है। संगठित तरीके से पैसों की उगाही करने की आपराधिक गतिविधियों के दलदल से उनका निकलना मुश्किल हो जाता है। असल में ऑनलाइन संसार से बढ़ती कनेक्टिविटी ने युवतियों-किशोरियों के लिए ही नहीं, बड़ी उम्र की महिलाओं के लिए भी मेलजोल का एक नया संसार खोल दिया है। डिजिटल क्रांति लाने वाला यह बदलाव व्यक्तिगत जीवन में पहले से ज्यादा ठहराव और समझ की मांग करता है। सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स की डिजिटल दुनिया ने प्रेमपगे गठजोड़ के नए रंग हमारे सामने रखे हैं। रोमांस की भाषा बदल दी है। कुछ लोगों के लिए यह जुड़ाव इरादतन खेला गया खेल होता है। दूर बैठे चेहरे गुमराह करने लगते हैं। हर दिन सामने आते धोखेबाज़ी के किस्से बताते हैं कि अनजान चेहरों से जज्बाती तौर पर जुड़ने के मामले में सजगता बरतनी आवश्यक है।