नागपुर, 2 मार्च (एजेंसी)इस सत्र में घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाली विदर्भ की टीम ने रविवार को फाइनल के अंतिम दिन केरल को पहली पारी की बढ़त के आधार पर हराकर तीसरा रणजी ट्रॉफी खिताब जीत लिया। पहली बार फाइनल में पहुंची केरल की टीम ने भी कड़ी टक्कर दी, लेकिन विदर्भ को पूरे सत्र में अपनी कड़ी मेहनत और अनुशासन का फल मिला।हालांकि इस मुकाबले का नतीजा तीसरे दिन ही तय हो गया था, जब विदर्भ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 379 रन बनाने के बाद केरल को 342 रन पर समेटकर पहली पारी में 37 रन की मामूली बढ़त हासिल कर ली थी। रविवार को भी विदर्भ ने योजना के अनुसार खेल दिखाया और करुण नायर के 135 (295 गेंद, 10 चौके, दो छक्के) रन की मदद से नौ विकेट पर 375 रन बनाए। इसमें दानिश मालेवार ने 73 रन का योगदान दिया और दर्शन नालकंडे ने नाबाद 51 रन बनाए।अक्षय वाडकर की कप्तानी और मुख्य कोच उस्मान गनी की अगुआई वाली टीम ने पूरे रणजी ट्रॉफी सत्र में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और 10 मैच में से नौ में जीत हासिल की।हर्ष दुबे के रिकॉर्ड 69 विकेटविदर्भ टीम के बाएं हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे ने रणजी ट्रॉफी के एक सत्र में 69 खिलाड़ियों को आउट करके सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया, जो बिहार के आशुतोष अमन के 68 विकेट के पिछले रिकॉर्ड से बेहतर रहा। दुबे ने 10 मैच में पांच अर्द्धशतकों के साथ 476 रन भी बनाए। वहीं, बाएं हाथ के बल्लेबाज यश राठौड़ (24 वर्ष) ने 10 मैचों में पांच शतकों और तीन अर्द्धशतकों की मदद से 53.33 के औसत से 960 रन बनाकर बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया। इस सत्र में विदर्भ में शामिल हुए अनुभवी नायर रणजी ट्रॉफी में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी रहे, उन्होंने नौ मैच में 53.93 के औसत से चार शतकों और दो अर्द्धशतकों की मदद से 863 रन बनाए। फाइनल में नायर ने 86 और 135 रन की पारी खेली।