वर्किंग डेस्क से उभरता व्यक्तित्व
आपका वर्किंग डेस्क आपकी पर्सनैलिटी के बारे में बहुत कुछ बता देता है। यह बात मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं। सुव्यवस्थित डेस्क, सुविधाओं व सामान से लैस डेस्क के अलावा रचनात्मक वस्तुओं वाला डेस्क- ये सब उस पर बैठकर काम करने वाले पेशेवरों के अलग-अलग पॉजिटिव गुणों का आइना होते हैं।
नरेंद्र कुमार
वर्कप्लेस पर कोई पेशेवर अपने डेस्क को कैसे मैनेज करता है,इससे उसके व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ पता चलता है। उसके डेस्क को देखकर मैनेजमेंट के लोग उसके बारे में बहुत कुछ जान जाते हैं और इसी के जरिये उसमें सुधार के लिए प्रेरित कर सकते हैं। जाने-माने अमेरिकन साइकोलॉजिस्ट और ‘स्नूप: व्हाट योर स्टाफ सेज एबाउट यू’ के लेखक सैम गोसलिंग के अनुसार, एक व्यक्ति चाहे वह महिला हो या पुरुष, उसके वर्किंग डेस्क से उसकी पर्सनैलिटी जान सकते हैं। जानिये कि आप किस वर्ग में अपने आपको पाते हैं।
सुव्यवस्थित डेस्क
यदि आपके डेस्क पर एक कैलेंडर रखा है और उसे आप इस तरीके से रखते हैं कि अपने डेस्कटॉप या लैपटॉप से आप उस पर अच्छी तरह देख सकें। यदि आपको किसी तारीख के बारे में जानना हो तो आप तुरंत उसे देख सकें। आपके ठीक सामने यदि पिन बोर्ड पर अपने दिनभर के किये जाने वाले कामों की लिस्ट आपने पिनअप करके लगा रखी है और किये जाने वाले कामों के पूरा होने पर तुरंत उस सूची पर सही का निशान लगा देते हैं। इसके अलावा यदि आपके दराज में रखी हर फाइल में मीटिंग और अन्य कामों की पूर्ण जानकारी है। यदि आपसे कोई एक्स्ट्रा पेन या स्टेशनरी का कोई और सामान मांगता है तो आपके पास वह मौजूद होती है। डेस्क पर रखा फोन चार्ज होता है। यानी आप अपने डेस्क को अगर व्यवस्थित रखते हैं तो इससे आपके व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ पता चलता है। आप विश्वास करने लायक व्यक्ति हैं और यदि आपके सहकर्मी का अचानक पेन खो जाये या आपका कोई क्लाइंट आपसे अचानक कुछ मांगे तो आप तुरंत उसे देने के लिए तैयार रहते हैं। आपमें जिम्मेदारी की भावना है। आपको जो काम दिया जाता है आप उसे निश्चित समय पर पूरा करने में यकीन रखते हैं। काम को आप जल्दबाजी में नहीं करते, काम पूरा न होने पर किसी तरह की बहानेबाजी नहीं करते।
डेस्क बनाते हैं आपको आम या खास
यदि आपके पिन बोर्ड पर कोई ऐसी चीज टंगी है, जिसे आपने अपने हाथों से बनाया है या आपने कहीं से कटआउट निकालकर उसे पिन बोर्ड पर अटैच किया है। भले ही आपकी डेस्क दिखने में दूसरों से अलग दिखे। उसके बावजूद यह आकर्षक लगती है या आपके डेस्क पर रखी कोई ऐसी और चीज जो दूसरों को अजीब लगती हो यानी आपको दूसरों से अलग दिखना पसंद है। यदि आपका वर्किंग डेस्क ऐसा है तो इसका मतलब है कि आप काफी रचनात्मक हैं। आप काफी बहिर्मुखी हैं। आप अपने विचारों को खुलकर व्यक्त करने में यकीन करते हैं और अपने अनुभवों को दूसरों के साथ साझा करने में आपका पूरा विश्वास है। आपके डेस्क को देखकर सहकर्मी तारीफ करते हैं।
प्रेरक संदेशों से भरा डेस्क
आपका कोई सहकर्मी आपके डेस्क पर रखा वह पोस्टर दिखायी देता है, जिस पर लिखा है ‘नेवर गिवअप’। दरअसल इस तरह के प्रेरक संदेश आपमें पॉजीटिविटी भरते हैं। आप कंप्यूटर की स्क्रीन पर इस तरह के प्रेरक संदेश का प्रिंट आउट रोज निकालकर अपने पिन बोर्ड पर लगा देते हैं और उसे पढ़ने के बाद आपके होंठों पर मुस्कान आ जाती है,आपमें एक नयी ऊर्जा का संचार होता है। गोसलिंग के अनुसार प्रेरक संदेश हमारे दिलो-दिमाग पर पॉजीटिव असर डालते हैं। वर्किंग डेस्क पर हर रोज नये प्रेरक संदेश पिन बोर्ड पर पिनअप करने वाले लोग सकारात्मक होते हैं। ऐसे लोग खुद खुश रहते हैं, दूसरों को भी खुशी बांटते हैं। इस तरह के संदेश ऑफिस में दूसरे सहकर्मियों को भी ऊर्जावान बनाते हैं। इस तरह के लोग वर्कप्लेस पर सफल होते हैं।
अपने कंफर्ट जोन में रहने वाले
वे लोग जिनके वर्किंग डेस्क पर कैंडीज से भरा जार रखा हो या बॉक्स में पोदीने की गोलियां, डेस्क में चॉकलेट या ड्राअर में इसी तरह की खाने की चीजें यानी डेस्क पर अपने को खुश रखने के तमाम सामान रखने वाले ऐसे लोग अपने साथ लाइटर या कोकाकोला भी रखते हैं उनकी दराज में म्यूजिक पेन ड्राइव भी रखी रहती हैं। ऐसे लोगों की कुर्सी भी बेहद कंफर्टेबल होती है। यदि आप भी इस तरह के लोगों में शामिल हैं तो आपका स्वभाव काफी हद तक उन लोगों से मिलता-जुलता है, जो अपने डेस्क को व्यवस्थित रखना पसंद करते हैं। फर्क बस आपमें इतना है कि आप अपने इर्दगिर्द खुद को आराम में रखने के लिए कई किस्म के संसाधन जुटाकर रखते हैं। आपकी दराज में किसी के लिए कुछ न कुछ तो मिल ही सकता है। ऐसे लोग बातचीत करने की कला में माहिर होते हैं और दूसरों के काम आते हैं। -इ.रि.सें