लेदर इंडस्ट्री में भी है सुरक्षित भविष्य
लेदर इंडस्ट्री में कारोबार और निर्यात के साथ ही रोजगार की संभावनाएं भी बेहतर हैं। फोकस उत्पाद स्कीम के तहत लेदर फुटवियर और विभिन्न उत्पादों के लिए डिजाइन क्षमता और मशीनरी आदि में मदद दी जायेगी। चमड़ा उद्योग तेजी से विकास करेगा और डिजाइन, उत्पादन, तकनीकी प्रबंधन और मार्केटिंग के क्षेत्र में ढेरों नौकरियां पैदा होंगी।
नरेंद्र कुमार
बीते दिनों देश में लेदर इंडस्ट्री की उत्पादकता और गुणवत्ता में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए ‘फोकस उत्पाद स्कीम’ की घोषणा की गयी है, जिसका उद्देश्य अगले कुछ सालों में लेदर इंडस्ट्री में 22 लाख लोगों को रोजगार देने का संकल्प है। इस योजना के तहत लेदर फुटवियर और विभिन्न उत्पादों के साथ साथ गैर लेदर उच्च गुणवत्ता वाले फुटवियर के उत्पादन के लिए डिजाइन क्षमता, घटक विनिर्माण और मशीनरी में सहायता प्रदान की जायेगी। इस क्षेत्र में सरकार ने 4 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया है। जिससे 1.1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निर्माण संभव होगा। सवाल है कि इस लेदर फोकस इंडस्ट्री स्कीम का फायदा उठाने के लिए क्या करें? तो इसके लिए जानिये लेदर इंडस्ट्री में कैरियर बनाने के लिए कौन-कौन सी आवश्यक शैक्षिक डिग्रियां होती हैं, कौन से ऐसे प्रमुख संस्थान हैं जहां नौकरी की संभावनाएं हैं और संभावित सैलरी आदि कितनी है।
आवश्यक शैक्षिक योग्यता और डिग्री
लेदर उद्योग में कैरियर बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर शैक्षणिक योग्यता की जरूरत होती है। आपकी रुचि के मुताबिक डिजाइन, उत्पादन, तकनीकी प्रबंधन और मार्केटिंग के क्षेत्र में अवसर उपलब्ध होते हैं। इसके लिए कुछ डिग्रियां कारगर हैं जैसे, बी.टेक/बीई इन लेदर टेक्नोलॉजी, बीएससी इन लेदर साइंस, बैचलर ऑफ लेदर डिजाइन, बैचलर ऑफ वोकेशनल (फुटवियर एंड लेदर गुड्स), एमटेक इन लेदर टेक्नोलॉजी, मास्टर ऑफ डिजाइन (लेदर डिजाइन) , एमबीए (लेदर बिजनेस मैनेजमेंट), डिप्लोमा इन लेदर गुड्स एंड फुटवियर टेक्नोलॉजी, एडवांस डिप्लोमा इन लेदर डिजाइन इन मैन्यूफैक्चरिंग और सर्टिफिकेट कोर्स इन लेदर प्रोसेसिंग।
प्रमुख शैक्षणिक संस्थान
देश में कई ऐसे प्रतिष्ठित संस्थान हैं जो टेक्नोलॉजी इन लेदर और संबंधित क्षेत्रों में डिग्री व सर्टिफिकेट प्रदान करते हैं -
मसलन, फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट : ये नोएडा, चेन्नई, कोलकाता और रोहतक में स्थित हैं। ये संस्थान बी. डिजाइन, एम. डिजाइन और एमबीए (लेदर एंड फुटवियर डिजाइन) में डिग्री प्रदान करता है। सेंट्रल लेदर रिसर्च इंस्टीट्यूट : चेन्नई स्थित यह इंस्टीट्यूट लेदर इंडस्ट्री में शानदार जॉब पाने के लिए बीटेक, एमटेक और पीएचडी (लेदर टेक्नोलॉजी) महत्वपूर्ण डिग्रियां प्रदान करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद स्थित यह संस्थान बी.डिजाइन और एम.डिजाइन (लेदर डिजाइन) जैसी डिग्रियां प्रदान करता है।
गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड लेदर टेक्नोलॉजी : कोलकाता स्थित यह संस्थान लेदर टेक्नोलॉजी में बी.टेक की डिग्री प्रदान करता है। कानपुर यूनिवर्सिटी : उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित यह विश्वविद्यालय लेदर टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा प्रदान करता है।
वेतन की बात
लेदर इंडस्ट्री में अलग-अलग अनुभव और विशेषज्ञता के स्तर पर अलग-अलग सैलरी पैकेज मिलते हैं। मसलन- एक लेदर टेक्नोलॉजिस्ट को शुरुआती वेतन 4 से 6 लाख रुपये सालाना मिलता है, जबकि कुछ वर्षों के अनुभव के बाद उसे 10 से 15 लाख रुपये का सालाना पैकेज मिल सकता है। फुटवियर डिजाइनर को प्रारंभ में 5 से 8 लाख रुपये सालाना, कुछ सालों के अनुभव के बाद 12 से 18 लाख रुपये महीने का पैकेज मिलता है।क्वालिटी कंट्रोल स्पेशलिस्ट को शुरू में 4 से 7 लाख रुपये और 5 साल के अनुभव के बाद आसानी से 8 से 12 लाख रुपये सालाना का पैकेज मिलता है। प्रोडेक्शन मैनेजर को प्रारंभिक सैलरी 6 से 9 लाख रुपये सालाना और कुछ सालों के अनुभव के बाद 15 से 20 लाख रुपये सालाना मिलते हैं। लेदर गुड्स एक्सपोर्ट मैनेजर को 7 से 10 लाख रुपये शुरु में और कुछ सालों के अनुभव के बाद 15 से 18 लाख रुपये सालाना मिलते हैं।
कहां मिलेगी नौकरी
भारत में बड़े पैमाने पर लेदर डिजाइन निर्माण और निर्यात के क्षेत्र में ये महत्वपूर्ण कंपनियां हैं, जहां आप नौकरी पा सकते हैं। यहां बाटा इंडिया लिमिटेड फुटवियर उत्पादन और रिटेल क्षेत्र में, एडिडास, प्यूमा और नाइकी(इंडिया) हाई एंड लेदर स्पोर्ट्स शूज में, लिबर्टी शूज लिमिटेड लेदर फुटवियर डिजाइन एंड मैन्यूफैक्चरिंग में, टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड लेदर मैन्यूफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट में , रिलेक्सो फुटवियर लिमिटेड फुटवियर और लेदर प्रोडक्ट में व हाई डिजाइन प्रीमियम लेदर बैग्स और एक्सेसरीज के कार्यक्षेत्र में जॉब संभावनाओं वाली कंपनियां हैं।
प्रमुख कैरियर
क्वालिटी एश्योरेंस : प्रोडक्ट और गुणवत्ता नियंत्रण, लेदर टेक्नोलॉजी : लेदर प्रोसेसिंग और केमिकल एप्लीकेशन, एक्सपोर्ट एंड मार्केटिंग: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लेदर गुड्स का निर्यात, रिसर्च एंड डेवलपमेंट: नई तकनीक और पर्यावरण/संवेदनशील लेदर उत्पाद। इस तरह लेदर इंडस्ट्री में फोकस करें तो बहुत सारे आकर्षक सैलरी और सुरक्षित भविष्य के कैरियर मौजूद हैं। -इ.रि.सें.