राहुल के वकील की अदालत में दलील
नयी दिल्ली, 5 जुलाई (एजेंसी)
नेशनल हेराल्ड धनशोधन मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का पक्ष रख रहे वरिष्ठ अधिवक्ता आरएस चीमा ने शनिवार को दलील दी कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की संपत्ति बेचने की कोशिश नहीं कर रही, बल्कि उस संस्था को बचाने का प्रयास कर रही है, जो स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा थी। चीमा ने विशेष जज विशाल गोगने के समक्ष ईडी द्वारा लगाए गए आरोपों के खिलाफ दलीलें पेश करते हुए कहा, ‘समस्या एजेएल को दिए गए ऋण की वसूली नहीं थी; समस्या इसे पुन: सक्रिय करने की थी, यह सुनिश्चित करने की थी कि यह फिर से पटरी पर आ जाए। कांग्रेस बिक्री में लाभ नहीं देख रही थी। ऐसा कहना सही दृष्टिकोण
नहीं है।’
वरिष्ठ अधिवक्ता ने विभिन्न आरोपों का हवाला देते हुए और आपत्तियां उठाते हुए उर्दू शायर वसीम बरेलवी की यह पंक्तियां उद्धृत कीं- वो झूठ बोल रहा था बड़े सलीके से, मैं यकीन न करता, तो क्या करता? उनके इस उद्धरण से खचाखच भरी अदालत में हंसी छूट गई।