राष्ट्रहित में काम करने को पार्टी विरोधी समझना सही नहीं : थरूर
वाशिंगटन, 5 जून (एजेंसी)
सांसद शशि थरूर ने उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि जो कोई भी यह मानता है कि राष्ट्रीय हित में काम करना कोई पार्टी विरोधी गतिविधि है, उसे खुद से सवाल करने की जरूरत है। थरूर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को भारत के रुख से अवगत कराने के लिए एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं और वह इस समय अमेरिका में हैं।
कुछ कांग्रेस नेताओं ने पहलगाम हमले के बाद सरकार के रुख का समर्थन करने के लिए थरूर की आलोचना की है। कांग्रेस नेता को उनकी पार्टी के एक सहयोगी ने तो ‘भाजपा का महाप्रवक्ता’ तक कह दिया। थरूर ने बुधवार को ‘पीटीआई वीडियोज’ से एक साक्षात्कार में कहा, ‘सच कहूं तो, जब कोई देश की सेवा कर रहा हो, तो मुझे नहीं लगता कि उसे इन चीजों के बारे में बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत है।’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वक्तव्य ‘अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फोन आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आत्मसमर्पण’ कर दिया है,’ सवाल के जवाब में थरूर ने कहा, ‘लोकतंत्र में राजनीतिक दलों द्वारा विरोध करना, आलोचना करना और मांगें करना सामान्य बात है।’ उन्होंने कहा, ‘हम यहां किसी पार्टी के राजनीतिक मिशन पर नहीं आए हैं। हम यहां एकजुट भारत के प्रतिनिधि के तौर पर आए हैं।’
भारत को किसी की मध्यस्थता की जरूरत नहीं
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत एवं पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष विराम में अपनी भूमिका को लेकर बार-बार किए जा रहे दावों के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि भारत, अमेरिकी राष्ट्रपति पद का सम्मान करता है लेकिन नयी दिल्ली ने ‘कभी नहीं चाहा कि वह किसी से मध्यस्थता करने के लिए कहे’ और किसी को हमें यह बताने की जरूरत नहीं कि हमें ‘रुकना’ है।