लुधियाना, 14 अप्रैल (निस)केंद्रीय रेल और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने सोमवार को कहा कि पंजाब में सुरक्षा के गंभीर मुद्दे का राजनीतिकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ सरकार द्वारा दर्ज करवाए पुलिस मामले को गम्भीरता से लेते हुए रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि बाजवा अपने पद के कारण कैबिनेट रैंक के हैं। भले ही बाजवा ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के बारे में चिंता जताई हो, लेकिन मुख्यमंत्री को एफआईआर दर्ज करने के बजाय उन्हें चर्चा के लिए आमंत्रित करके परिपक्वता और राजनेतापन दिखाना चाहिए था।बिट्टू ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यों ने पंजाब के राजनीतिक परिदृश्य में एक परेशान करने वाली नई मिसाल कायम की है, जो न तो लोकतांत्रिक है और न ही अच्छे स्वाद में है। आज यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में, बिट्टू ने कहा कि पंजाब में वरिष्ठ भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर सहित अधिकांश ग्रेनेड हमलों ने दिखाया है कि पंजाब में गैंगस्टर-आतंकवादी गठजोड़ काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार का यह कर्तव्य है कि पंजाब में संभावित बम हमलों के बारे में सरकार के पास आने वाली किसी भी सूचना की जांच और तेजी से कार्रवाई की जाए।पंजाब में परिस्थितियां सामान्य नहीं हैं और वर्तमान स्थिति में कोई भी सुरक्षित नहीं है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था का एक बड़ा कारण दिल्ली के आप नेताओं द्वारा पंजाब पुलिस में काम करने और नियुक्तियों में बढ़ता हस्तक्षेप है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों ने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार और माफिया राज खत्म करने के झूठे वादों से गुमराह होकर आप को मौका दिया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भगवंत मान दिल्ली में अपने आकाओं की तरह ही भ्रष्ट हैं। वे अरविंद केजरीवाल के हाथों की कठपुतली मात्र हैं, जो नशे और भ्रष्टाचार के मामले में जमानत पर है।