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मिल-जुलकर खाने की परंपरा के फायदे

04:00 AM Jun 18, 2025 IST
मिल जुलकर खाने की परंपरा के फायदे
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डॉ. हेमंत कुमार पारीक

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आजकल हर कोई कोई न कोई काम करते दिख रहा। वरना बेरोजगार का टैग लगा देते हैं लोग। लो भाई कुछ नहीं से तो भला है कि योग ही किया जाए। तो फिर अपन योग ही कर लेते हैं। बेकार बैठने से तो भला है कि अनुलोम विलोम कर लिया जाए। योग की बड़ी महिमा है। मंत्रालय से संत्रालय तक योग चल रहा है। मंत्री वगैरा तो कुर्सी पर बैठे बैठे हाथ-पांव फेंक लेते हैं और संत्री दरवाजे पर। खटिया पर बैठा आम आदमी खटिया से उठकर हाथ पांव फेंकेगा तो पाजिटिविटी तो आएगी। फिलहाल सब गर्मी से हलाकान है। एसी कूलर बोल रहे हैं। इसलिए सुबह की ठण्डी हवा मे योग अनुकूल लगता है। अलसुबह कोई देखने वाला भी न मिलता। पर अकेले में योग करने से फायदा क्या? जब तक जनता जनार्दन न देख ले। लाइट, कैमरा और कट तो होना ही चाहिए। ताकि लोगों को पता चले कि भाई लगे हैं।
आजकल बैंकों में भीड़ कम होने लगी है। कारण कि सारा काम ऑनलाइन चल रहा है। जो बैठे हैं वे भी एसी की वजह से। भूले-भटके ग्राहक को देखते ही चैतन्य हो जाते हैं। कुर्सी छोड़ खड़े होकर स्वागत करते हैं। पहला सवाल करते हैं कि भैय्ये कितना लोन चहिए? लोन पर अपने हिस्से की एसी की हवा बांटने में उन्हें परहेज नहीं है। परोपकार परमोधर्म के लिए एकदम तैयार। मगर जैसे ही योग की बात आती है तो उबासियां लेने लगते हैं। कारण कि योग में मिल बांटकर खाने की परंपरा है।
जमाना तो योग का है। पड़ोस में देख लो। योग से दोनों को फायदा है। एक और एक दो नहीं ग्यारह होते हैं आजकल। अचानक बड़े भाई ने छोटे को फील्ड मार्शल बना दिया। और उसने भी भाई होने का फर्ज निभाते हुए एक आंख दबाकर कहा, चलने दो हुकूमत अपनी, हम तुम्हारे साथ हैं। मौका है दबा लो जितना चाहे। हम तो योग में हैं।
कभी-कभी योग में वियोग भी हो जाता है। हमें खुशी है कि हमारा योग अमेरिका तक पहुंचते ही महायोग हो गया। बिग और ब्यूटीफुल पर ट्रम्प और मस्क के योगासन चल रहे हैं। यहीं से सीखकर गए होंगे। परंतु हर देश की जलवायु अलग अलग होती है। किसी को योग सूट करता है किसी को नहीं। कुछ दिन तो सब ठीकठाक चलता रहा। दोनों मिलकर योगासन करते रहे। पर बात जमी न। अब वियोगासन चल रहा है। एक अनुलोम विलोम में लगा है तो दूसरा शीर्षासन कर रहा है। आग और धुआं किसी को नहीं दिख रहा। एसी जलकर खाक हो गए। पर किसी को खबर नहीं। एकला चलो वाला फार्मूला काम कर रहा है। और पोस्टर में दो गर्दनें अलग-अलग झांक रही हैं।

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