मदद से ईश्वर की प्राप्ति
अबु-बिन नितांत साधारण प्राणी था, पर उसे ईश्वर पर अटूट विश्वास था। एक रात सोते समय अबु-बिन के पास सपने में अकस्मात स्वर्गलोक का एक दूत आया। वह एक सूची तैयार कर रहा था। अबु ने उससे पूछा- ‘भाई! तुम किसकी सूची तैयार कर रहे हो?' स्वर्ग के देवदूत ने उत्तर दिया, ‘मैं उन भले लोगों की सूची बना रहा हूं, जो ईश्वर को अत्यन्त प्रिय हैं।’ अबु बोला, ‘भाई! तो मेरा नाम तो इस सूची में शायद ही मिले, क्योंकि मैंने तो कभी भूलकर भी ईश्वर-स्मरण, पूजा अथवा उसका ध्यान नहीं किया।’ देवदूत हंसा और मुस्कराते हुए उसने वह सूची अबु के सामने रख दी। अबु ने देखा कि उस सूची में उसका नाम प्रथम स्थान पर स्वर्णाक्षरों में दमक रहा है। देवदूत अबु को गद्गद हुआ देखकर बोला, ‘अबु! भगवान सबसे ज्यादा प्यार उसे करते हैं, जो उसके बनाये हुए इनसानों को प्यार करता है। जिंदगी हमें नित्य दूसरों की मदद करने का मौका देती है। जब हम अनजान लोगों की मदद करते हैं, तो हम प्रभु के बच्चों की मदद करते हैं। अज्ञात मनुष्य से प्रेम करना भगवान को प्राप्त करना है।’
प्रस्तुति : राजकिशन नैन