भारत, मॉरीशस के बीच आठ समझौतों पर हस्ताक्षर
पोर्ट लुइस, 12 मार्च (एजेंसी)
भारत और मॉरीशस ने अपने संबंधों का विस्तार करते हुए इन्हें ‘विस्तारित रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक पहुंचाया और व्यापार एवं समुद्री सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘ग्लोबल साउथ’ के विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण की घोषणा की। हस्ताक्षरित समझौतों में सीमा पार लेनदेन के लिए राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग को बढ़ावा देना, समुद्री डाटा साझा करना, धनशोधन से निपटने में संयुक्त कार्य और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना शामिल है।
पोर्ट लुइस की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन मोदी ने मुख्य अतिथि के रूप में मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लिया। भारतीय नौसेना के एक युद्धपोत और भारतीय वायुसेना की आकाशगंगा ‘स्काईडाइविंग’ टीम के साथ भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी ने भी समारोह में भाग लिया। मॉरीशस के अपने समकक्ष नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ वार्ता के बाद मोदी ने ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए भारत के नए दृष्टिकोण की घोषणा की और इसे ‘महासागर’ या ‘क्षेत्रों में सुरक्षा एवं विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति (म्यूचुअल एंड होलिस्टिक एडवांस्मेंट फॉर सिक्योरिटी एंड ग्रोथ एक्रॉस रीजन्स) नाम दिया।
प्रधानमंत्री मोदी को मॉरीशस का सर्वोच्च सम्मान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुधवार को मॉरीशस के सर्वोच्च सम्मान ‘द ग्रांड कमांडर ऑफ ऑर्डर ऑफ स्टार एंड की ऑफ इंडियन ओशन’ से सम्मानित किया गया जिसे उन्होंने दोनों देशों के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक बताया। मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में वहां के राष्ट्रपति धर्मबीर गोखुल ने मोदी को यह सम्मान प्रदान किया। प्रधानमंत्री मोदी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय नेता हैं। मोदी ने कहा, ‘मॉरीशस के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने पर मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यह केवल मेरा सम्मान नहीं है। यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और मॉरीशस के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है। फोटो -प्रेट्र