भविष्य बताने के क्षेत्र में बनाएं अपना भविष्य
ज्योतिष के विद्वान के पास लोग अपने भावी कैरियर के बारे में सलाह लेने जाते हैं। वहीं खुद ज्योतिष के क्षेत्र में भी कैरियर की बेहतर संभावनाएं हैं। ज्योतिष के तहत जन्म कुंडली, प्रश्न कुंडली, हस्तरेखा, टैरो, फेस रीडिंग, न्यूमेरोलॉजी, वास्तु तथा फेंगशुई में से किसी एक या दो का चयन कर सकते हैं। इसे सीखने में शैक्षणिक योग्यता से ज्यादा लगन जरूरी है। कुछ अनुभव के बाद इस क्षेत्र में शानदार कमाई कर सकते हैं।
अशोक जोशी
आज के भागदौड़ भरे माहौल में हर व्यक्ति सफलता पाना चाहता है। लेकिन कई बार वह यह तय नहीं कर पाता कि उसे अपने भविष्य को बनाने के लिए किस राह का चयन करना चाहिए। ऐसे समय में वह पारंपरिक ज्योतिषीय सलाह पर विश्वास करते हुए किसी ज्योतिषी की शरण में जाता है। यहां उसे अपनी समस्या का समाधान मिलता है। यही ज्योतिष शास्त्र कैरियर निर्माण का बेहतर विकल्प बन सकता है। वर्तमान समय में ज्योतिष एक बेहतर कैरियर विकल्प भी है। ज्योतिष सीखने में शैक्षणिक योग्यता से ज्यादा आपकी लगन जरूरी है। एक बार यदि इस कार्य में आप अनुभव हासिल कर लें तो फिर बिना कोई पैसा निवेश किए शानदार कमाई कर सकते हैं।
कई शाखाएं हैं ज्योतिष शास्त्र की
ज्योतिष अपने आप में एक महासागर है, जिसकी जन्म कुंडली, प्रश्न कुंडली, हस्तरेखा, टैरो, फेस रीडिंग, न्यूमेरोलॉजी, वास्तु तथा फेंगशुई रीडिंग जैसी दर्जनों शाखाएं हैं। इनमें से आप अपनी रुचि के अनुसार किसी भी स्ट्रीम को चुनकर शुरुआत कर सकते हैं। इन कोर्सेज की शुरुआत आप अपने शहर के किसी संस्थान से करें। वहीं किसी ज्योतिषी के पास बैठकर कर सीख सकते हैं और महारत भी हासिल कर सकते हैं।
ऐसे बनाएं ज्योतिष में कैरियर
सबसे पहले यह चुनें कि आपकी रुचि ज्योतिष की किस ब्रांच में है। उससे जुड़े किसी विद्वान ज्योतिषी तथा संस्थान का पता लगाएं। इसके बाद आप वहां जाकर कोर्स सीखने की शुरुआत कर सकते हैं। जन्मकुंडली तथा हस्तरेखा सीखने के अधिकतर कोर्सेज की फीस लगभग 2,500 से 10,000 के बीच होती है। इसी तरह टैरो रीडिंग, कॉफी कप रीडिंग या वास्तु जैसी विधाओं को सिखाने की फीस 10,000 से शुरू होकर 25,000 रुपए तक हो सकती है।
ऑनलाइन कोर्सेज भी
आजकल ज्योतिष सीखने के लिए कई तरह के ऑनलाइन कोर्स भी उपलब्ध हैं। यदि आपके आस-पास कोई अच्छा संस्थान नहीं है या आपका समय उन संस्थानों के अनुकूल नहीं है, तो आप ज्योतिष तथा वास्तु से जुड़े ऑनलाइन कोर्सेज भी कर सकते हैं। इनकी फीस भी ज्यादा नहीं होती और आप अपनी सुविधानुसार क्लासेज जॉइन कर सकते हैं। कई नामी ज्योतिषी अपने कोर्सेज ऑनलाइन चलाते हैं। आप उनसे भी संपर्क कर सकते हैं।
योग्यता, कोर्स और अवधि
शास्त्री (बीए) कोर्स में दाखिले के लिए 10+2 या समकक्ष योग्यता चाहिए। आचार्य (एमए) कोर्स में दाखिले के लिए शास्त्री या संस्कृत विषय के साथ बीए होना चाहिए। विशिष्टाचार्य (एमफिल) कोर्स में दाखिले के लिए ज्योतिष में आचार्य या ज्योतिष विषय में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ एमए होना चाहिए। दरअसल ज्योतिष में कोर्स की अवधि संस्थान और कोर्स के प्रकार पर निर्भर करती है। यह तीन महीने से लेकर पीएचडी तक की हो सकती है। शास्त्री (बीए) – तीन साल, आचार्य (एमए)– दो साल, विशिष्टाचार्य (एमफिल)– एक साल, विद्यावारिधी– तीन से छह साल, इग्नू में ज्योतिष में एमए– दो साल, केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, भोपाल से वास्तु-ज्योतिष डिप्लोमा कोर्स – एक साल, एसएस्ट्रा यूनिवर्सिटी, तंजावुर से बीए ज्योतिष कोर्स – तीन साल।
सोशल मीडिया से करें शुरुआत
ज्योतिष का ज्ञान असीमित है। आप चाहें तो उम्र भर सीख सकते हैं, परंतु बेसिक कोर्स के बाद भी आप भविष्यवाणी करना शुरू कर सकते हैं। अगर आप जल्दी ही बड़ा एस्ट्रोलॉजर बनना चाहते हैं तो सोशल मीडिया से शुरुआत करें। सबसे पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि पर फ्री भविष्यवाणी कीजिए। ऐसा आप कुछ समय तक करते रहें। आप चाहें तो फेसबुक पर लाइव सेशन भी चला सकते हैं। यदि आपकी भविष्यवाणियां सही होती हैं, तो समझिए आप बहुत ही जल्दी कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते चले जाएंगे। आप अपने दोस्तों, पड़ोसियों तथा ऑफिस के कलीग्स की भी ज्योतिष के जरिए मदद कर सकते हैं। इससे आपको माउथ पब्लिसिटी मिलेगी, जो आपके लिए नए क्लाइंट्स लेकर आएगी। दुनिया भर में ज्योतिष का रुझान बढ़ रहा है। काफी सारी एस्ट्रो वेबसाइट्स भी ज्योतिषियों की भर्ती कर रही हैं। यहां आप घर से ही पार्टटाइम काम करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
कैरियर की तमाम संभावनाएं
अच्छे ज्योतिषी के लिए कैरियर की तमाम संभावनाएं मौजूद हैं। जन्म पत्रिका के आधार पर भविष्य बताने के अलावा आप हस्तरेखा देखकर भी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। पामिस्ट्री का क्षेत्र टूरिज्म से भी जुड़ा हुआ है। कई बड़े होटल अपने यहां पामिस्ट की सेवाएं टूरिस्ट्स के लिए मुहैया कराते हैं। एस्ट्रो वेबसाइट्स भी ज्योतिषि हायर करती हैं। इसके अलावा फेस रीडिंग, प्रश्न कुंडली, टैरो, वास्तु जैसे अनेक क्षेत्र हैं जो सीधे तौर पर ज्योतिष से जुड़े हैं। आप अपनी रुचि के अनुसार किसी भी क्षेत्र को चुन सकते हैं।
कमाई की कोई सीमा नहीं
वैसे तो एस्ट्रोलॉजी में कोई निर्धारित फीस स्ट्रक्चर नहीं है, आप अपनी सुविधानुसार अपने क्लाइंट्स से फीस ले सकते हैं। शुरू में 100 रुपए से शुरू कर, बाद में आप हजारों रुपए तक ले सकते हैं। आज हमारे देश में ही कई ज्योतिषी ऐसे हैं जो प्रति सेशन एक लाख रुपए तक फीस वसूलते हैं। यह सब आपके ज्ञान और क्लाइंट बेस पर निर्भर करता है।
ये हैं महत्वपूर्ण संस्थान
श्री महर्षि कॉलेज ऑफ वैदिक एस्ट्रोलॉजी, उदयपुर, राजस्थान, भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली, भारतीय विद्या भवन, मुंबई, ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट फॉर एस्ट्रोलॉजी, जयपुर, इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एस्ट्रोलॉजर, नई दिल्ली, नाबातारा इंस्टिट्यूट, कोलकाता, गुरुकुल एस्ट्रो, दिल्ली, इंडियन काउंसिल ऑफ एस्ट्रोलॉजी (आईसीएएस), सीसी टैरो एंड एस्ट्रोलॉजी, मुंबई।