For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

बिम्सटेक में सहयोग बढ़ाने के लिए मोदी की 21 सूत्री कार्ययोजना

05:00 AM Apr 05, 2025 IST
बिम्सटेक में सहयोग बढ़ाने के लिए मोदी की 21 सूत्री कार्ययोजना
बैंकॉक में बौद्ध भिक्षुओं से मुलाकात करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। -प्रेट्र
Advertisement
बैंकॉक, 4 अप्रैल (एजेंसी)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बिम्सटेक’ समूह को नयी गति प्रदान करने के उद्देश्य से शुक्रवार को 21 सूत्री कार्ययोजना का प्रस्ताव रखा। इसमें भारत के यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) को बिम्सटेक देशों की भुगतान प्रणालियों से जोड़ना और ‘बिम्सटेक चैंबर ऑफ कॉमर्स’ की स्थापना करना शामिल है। प्रधानमंत्री ने वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन आयोजित करने और क्षेत्र के भीतर स्थानीय मुद्राओं में व्यापार को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर विचार करने का भी प्रस्ताव रखा।
Advertisement

यहां छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समूह वैश्विक कल्याण को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने म्यांमार और थाईलैंड में हाल ही में आये भूकंप के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने आपदा प्रबंधन, राहत और पुनर्वास में सहयोग के लिए भारत में ‘बिम्सटेक उत्कृष्टता केंद्र’ की स्थापना का प्रस्ताव रखा।

प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तावित कार्य योजना में मानव संसाधन अवसंरचना के संगठित विकास के लिए ‘बोधि’ या ‘बिम्सटेक फॉर ऑर्गेनाइज्ड डेवलपमेंट ऑफ ह्यूमन रिसोर्स इंफ्रास्ट्रक्चर’ पहल भी शामिल है। इसके तहत, बिम्सटेक देशों के 300 युवाओं को हर साल भारत में प्रशिक्षित किया जाएगा। मोदी ने कहा, ‘बिम्सटेक में क्षमता निर्माण ढांचे का एक शानदार उदाहरण बनने की क्षमता है। हम सभी एक-दूसरे से सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे।’ उन्होंने दक्षता विकास, अनुसंधान, नवाचार और समुद्री नीतियों में समन्वय बढ़ाने के लिए भारत में एक सतत समुद्री परिवहन केंद्र की स्थापना का भी प्रस्ताव रखा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुक्त, खुला, संरक्षित और सुरक्षित हिंद महासागर हमारी साझा प्राथमिकता है। बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में समृद्धि, सुरक्षा और समावेशिता के लिए ‘बैंकॉक विजन 2030' को अपनाया गया।

Advertisement

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का उठाया मुद्दा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मुहम्मद यूनुस के साथ बैठक की। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भारत की चिंताओं को रेखांकित किया। साथ ही उम्मीद जताई कि बांग्लादेशी सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार के मामलों की गहन जांच सहित उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी आह्वान किया कि माहौल खराब करने वाली किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए। प्रधानमंत्री ने एक लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत का समर्थन दोहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार की मौजूदा सैन्य सरकार के प्रमुख वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग के साथ भी बैठक की। उन्होंने थाईलैंड के राजा महा वजिरालोंगकोर्न और रानी सुथिदा बज्रसुधाबिमललक्षणा से भी मुलाकात की।

श्रीलंका दौरे पर पहुंचे पीएम

बैंकॉक की दो दिवसीय यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को श्रीलंका पहुंचे। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ शनिवार को उनकी वार्ता के बाद भारत और श्रीलंका के बीच लगभग 10 समझौतों पर सहमति बनने की उम्मीद है।

Advertisement
Advertisement