बिना पंजीकरण नियमों को ठेंगा दिखा रहे किरायेदार
चंबा, 6 मई (निस)
एक ओर जहां पहलगाम नरसंहार के पश्चात पड़ोसी देश के साथ तनाव की स्थिति चल रही है, वहीं दूसरी तरफ जिला चंबा के संवेदनशील जिलों में शुमार होने के बावजूद यहां रहे प्रवासी पुलिस पंजीकरण नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं। हालांकि पुलिस विभाग ने जिला में बाहरी राज्यों से अस्थायी तौर पर रहने वाले लोगों के लिए पुलिस थाना व चौकियों में पंजीकरण अनिवार्य किया है लेकिन पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद जिला में चंद ही मालिक व किरायेदार पुलिस में अपना पंजीकरण करवा रहे हैं। इससे जिला की सुरक्षा व्यवस्था पर कहीं न कहीं सवालिया निशान उठ रहे है।
गौर हो कि चंबा जिला में कई लघु एवं बड़ी जलविद्युत परियोजना निर्माण कार्यों व कई अन्य निजी कंपनियों के कार्यालय खुलने के कारण गत दस वर्षों में पड़ोसी राज्यों के लोगों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। इनमें विभागीय, कंपनी ठेकेदार लेबर वर्ग से लेकर कई अधिकारी व कर्मी तक शामिल हैं। शहर परिसर से लेकर भरमौर, भटियात, चुराह, सलूणी, तीसा, डलहौजी व बनीखेत से जुड़े क्षेत्रों में दिहाड़ी, अनुबंध व नियमित कार्य पर यह बाहरी राज्य के लोग कार्यरत हैं। लेकिन इन बाहरी राज्यों के लोगों में करीब दो तिहाई लोग ही रिहायशी क्षेत्रों के अधीन पुलिस थानों-चौकियों में अपना पंजीकरण करवा रहे हैं।
पंजीकरण का अभियान चलाने के िनर्देश : एसपी
पुलिस अधीक्षक जिला चंबा अभिषेक यादव के अनुसार विभाग द्वारा जिले के समस्त पुलिस थानाें व चौकी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में रह रहे बाहरी राज्यों के लोगों का पंजीकरण करने के निर्देश दिये गये हैं। इस दिशा में पंजीकरण व निरीक्षण अभियान छेड़ा जा चुका है। इस बाबत जिले के लोग भी किरायेदार रखने से पूर्व व्यक्ति की पुलिस जांच करवाने के लिए पुलिस का सहयोग करें ताकि लोगों की पुख्ता सुरक्षा हो सके।