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फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, चार संचालकों समेत 9 आरोपी काबू

06:00 AM Mar 14, 2025 IST
फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़  चार संचालकों समेत 9 आरोपी काबू
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सोनीपत, 13 मार्च (हप्र)
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कुंडली स्थित एक निजी सोसायटी के फ्लैट पर छापा डालकर पुलिस टीम ने फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया। टीम ने मौके से 4 कॉल संचालकों समेत 9 आरोपियों को दबोचा है। उनमें एक युवती भी है। आरोपी कॉल सेंटर के माध्यम से अमेरिकी ग्राहकों को सर्विस का झांसा देकर उन्हें ठगते थे। पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। कुंडली थाना में तैनात एसआई नवीन ने कुंडली थाना पुलिस को बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि कुंडली की लेक ग्रोव सोसायटी के फ्लैट में बिना अनुमति कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। फ्लैट से दिल्ली के गांव मैदान गढ़ी निवासी शुभम भारद्वाज, कन्नू उर्फ कर्ण, निशांत और सोनीपत शहर निवासी विपुल टीम के साथ फर्जी कॉल सेंटर चला रहे हैं। वह अमेरिकी नागरिकों से बैंक कर्मी व एपल कस्टमर सपोर्ट का कर्मचारी बनकर ठगी करते हैं। आरोपी अमेरिकी नागरिकों को सर्विस व तकनीकी सहायता देने के नाम पर उनसे ठगी कर रहे हैं। टीम ने छापा मारकर मौके से युवती समेत 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में संचालक विपुल, दिल्ली के पंजाबी बाग ईस्ट निवासी सूरज यादव, दिल्ली के राजौरी गार्डन निवासी अमन जोगी, दिल्ली के बुराड़ी निवासी ध्रुव व मानसी, दिल्ली के साकेत निवासी अनिकेत, दिल्ली के छतरपुर निवासी आशीष व अमन व रोहिणी सेक्टर-18 निवासी चिराग शर्मा शामिल हैं। सूरज व अमन जोगी मैनेजर का काम करते हैं। इन्हें 30 हजार रुपये महीना व 3 से 5 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। मानसी, चिराग शर्मा, आशीष, ध्रूव, अनिकेत डागर, अमन कॉल करते थे। इन्हें 15 हजार रुपये महीना देने के साथ 3 से 5 प्रतिशत कमीशन मिलता था। सभी रात को बेड पर अपने लैपटॉप रखकर काम करते थे। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने मौके से 7 लैपटॉप, 10 मोबाइल, 5 चार्जर, 7 हेडफोन और दो वाई-फाई राउटर बरामद किए हैं। विपुल के सैमसंग फोल्डेड मोबाइल से विदेशी नागरिकों की कॉल लिस्ट, इमिग्रेशन की लिस्ट, गिफ्ट एपल और यूएस डीटी ट्रांजेक्शन के फोटो मिले हैं।

ऐसे देते थे ठगी को अंजाम

गिरफ्तार आरोपी रात को काम करते थे। वह अमेरिका में रह रहे बाहर के लोगों को डिपोर्ट कराने का दबाव बनाकर, अमेरिका के लोगों से बैंक अधिकारी बनकर उनका खाता हैक कर ठगी करते थे। साथ ही गिफ्ट कार्ड के जरिये भी रुपये ठगते थे। वह पीड़ितों के कंप्यूटर या लैपटॉप में एनीडेस्क एप डाउनलोड करवा लेते थे। सर्विस के नाम पर गिफ्ट/बीटीसी के माध्यम से डॉलर चार्ज लेने के नाम पर ठगी करते थे। आरोपी टोल फ्री नंबर 18332387409 पर माइक्रो एसआईपी और एक्स-लाइट के जरिए अमेरिकी नागरिकों को कॉल करते थे। गिफ्ट कार्ड को रिडीम करने का काम शुभम भारद्वाज करता था।

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