प्रेरणा वृद्धाश्रम में प्रेरणा वाणी केंद्र का हुआ शुभारंभ
कुरुक्षेत्र, 4 फरवरी (हप्र)
देश के विभिन्न राज्यों से घरों से निकाले गए एवं अपनों द्वारा नकारे गए बुजुर्गों को आश्रय देने वाले प्रेरणा वृद्धाश्रम परिसर में सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के चलते एक और उपलब्धि हासिल हुई है। इस उपलब्धि से प्रेरणा संस्था के मुकुट में एक और रत्न जड़ा गया है। प्रेरणा वृद्धाश्रम में प्रेरणा वाणी केंद्र का शुभारंभ किया गया है। प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं संचालक डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि प्रेरणा संस्था निरंतर उन्नति के पद पर अग्रसर हो रही है। प्रेरणा वाणी केंद्र का उद्घाटन विख्यात उपन्यासकार एवं साहित्यकार लाजपत राय गर्ग ने किया। उनके साथ सूर पुरस्कार विजेता डा. मधु कांत, डा. नरेंद्र गर्ग, डा. अंजना गर्ग, प्रोफेसर शाम लाल कौशल, प्रेरणा संस्था की अध्यक्षा रेणु खुंगर, उपाध्यक्षा आशा सिंगला, शिल्पा सिंगला, अंबाला से सुरेखा एवं अन्य कई प्रेरणा सदस्य व शहर के गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे।
प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं संचालक डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि प्रेरणा वाणी केंद्र में आने वाले समय में ऐसे महानुभावों की रिकॉर्डिंग की जाएगी जो समाज के विख्यात एवं प्रतिभाशाली रत्न हैं। ऐसी हस्तियां जो समाज सेवा में संलग्न हैं, साहित्य सेवा कर रहे हैं, शिक्षाविद है या किसी अन्य क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। आने वाले समय में प्रेरणा वाणी केंद्र शहर के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बनेगा। जहां पर सभी महानुभावों को अपनी बात रखने के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर डा. मधु कांत ने कहा कि बहुत समय से मेरी इच्छा थी कि प्रेरणा वृद्धाश्रम में एक ऐसा केंद्र बने जहां से समाज में उपलब्धि हासिल कर चुके महानुभावों को रिकॉर्डिंग करने का अवसर मिले। आज मेरी इच्छा पूरी हो रही है, मैं अति प्रसन्न हूं। मुख्य अतिथि लाजपत राय गर्ग ने कहा कि मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मेरे हाथों आज इतना शुभ कार्य हुआ है। आने वाले समय में इसकी खुशबू समाज में चारों ओर फैलेगी। डा. अंजना गर्ग ने कहा कि प्रेरणा वृद्धाश्रम में नित्य प्रति ऐसे सुंदर और सराहनीय कार्य हो रहे हैं जिनकी जितनी प्रशंसा कीजिए उतनी कम है।