प्रशासन ने मांगें न मानी तो होगा संघर्ष
मनीमाजरा (चंडीगढ़) 12 मार्च (हप्र)
बुधवार को जॉइंट टीचर्स एसोसिएशन (जेटीए) की कोर कमेटी की बैठक में प्रशासन के प्रति कड़ा रुख अपनाते हुए मांगों को लेकर चर्चा हुई जिसमें डैपुटेशन कर्मचारियों पर समय सीमा, समग्र शिक्षा को स्टेट बजट से डीए व सेक्टर 16 के स्कूल में एक तरफी कार्यवाही प्रमुख हैं। जेटीए संयोजक डा. रमेश चन्द शर्मा, चेयरमैन रणवीर झोरड़, कानूनी सलाहकार अरविंद राणा व अजय शर्मा ने कहा कि डीओपीटी के निर्देश व जिस राज्य से कर्मचारियों आए हैं उनके नियमों अनुसार इन पर समय सीमा लागू करना गैर कानूनी है और तय नियमों का उल्लघंन है। उन्होंने कहा कि स्टेंडिंग निर्देशों के अनुसार इन कर्मचारियों को डैपुटेशन भत्ता भी चंडीगढ़ प्रशासन अपनी मर्ज़ी से नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि अगर चंडीगढ़ प्रशासन ने इस दिशा में कोई भी कदम उठाया तो बड़े स्तर पर लम्बा संघर्ष शुरू किया जाएगा जिसमें पंजाब व हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी इसके बारे में अवगत करवाया जायेगा। प्रतिनिधियों ने कहा कि इसके इलावा शिक्षा सचिव ने जेटीए के साथ स्टेट बजट से डीए की फाइल चलाने को लेकर नम्बर माह में प्रधानमंत्री के चंडीगढ़ दौरे के दौरान वादा किया था । उन्होंने कहा कि इस तरह की वादाखिलाफी अध्यापक वर्ग में रोष पैदा कर रही है। जेटीए ने कहा हम मांग करते हैं कि शिक्षा सचिव अपना वादा पूरा करें। बैठक में एक बार फिर सेक्टर 16 के स्कूल में हुई एकतरफा कार्यवाही को लेकर आवाज उठी। उन्होंने कहा कि हमने 13 फरवरी को प्रशासन से इस मामले को लेकर सैक्रेटेरीएट के सामने इकट्ठे होकर गुहार लगाई थी लेकिन एक माह गुजर जाने के बाद भी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया। जेटीए ने कहा कि अगर अध्यापकों के साथ इंसाफ नहीं होगा तो वह कैसे स्कूलों में इंसाफ की बात करेंगे। जेटीए ने कहा की अगर एक सप्ताह में कोई कदम न उठाए गया तो लम्बा संघर्ष शुरू किया जाएगा।