मनीमाजरा (चंडीगढ़), 5 मई (हप्र)चंडीगढ़ प्रशासन और निगम के कथित जनविरोधी फैसलों पर निराशा व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने कहा कि कलेक्टर दरों और संपत्ति कर में कमर तोड़ने वाली वृद्धि करने के बाद, अब भाजपा पार्षदों ने निगम के सदन में धोखे से पार्किंग शुल्क बढ़ाने का एजेंडा पारित कर दिया। इससे शहरवासियों की आर्थिक समस्या और ज्यादा विकराल रूप धारण कर लेगी। चंडीगढ़ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने सोमवार को आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने ऐसा तब किया जब कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा के निर्ममतापूर्वक व्यवहार के विरोध में वाकआऊट किया हुआ था। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि वोटिंग के वक्त सदन में केवल वही निर्वाचित और मनोनीत पार्षद मौजूद थे, जो हमेशा से भाजपा के जनविरोधी दृष्टिकोण का सर्मथन करते रहे हैं। नई पार्किंग दरें लागू होने के बाद, चार पहिया वाहनों को 15 मिनट से 4 घंटे तक पार्किंग के लिए 20 रुपये का भुगतान करना होगा। यह मौजूदा दरों के ऊपर 42 फीसदी से अधिक की वृद्धि है।उन्होंने आरोप लगाया कि पार्किंग दरें बढ़ाने से पहले किसी भी अन्य हितधारक के साथ कोई परामर्श नहीं किया गया। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि पार्किंग स्थल शहर में भ्रष्टाचार का एक स्रोत बन चुके हैं। कांग्रेस पार्टी ने नगर निगम एवं प्रशासन से पार्किंग शुल्क में प्रस्तावित बढ़ोतरी को लागू न करने का आग्रह किया है। पार्टी ने यह मांग भी की है कि पार्किंग के प्रबंधन में मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन को शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि इससे न केवल पार्किंग की व्यवस्था सुचारू होगी, बल्कि पार्किंग स्थलों में चल रहे भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा।