पाठकों के पत्र
असाधारण सफलता
यदि दिल और दिमाग में सफलता का जुनून हो और हम लगन से मेहनत करें, तो मंज़िल एक दिन ज़रूर मिलती है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के गांव चांगो की 29 वर्षीय दृष्टिहीन बेटी छोंजिन अंगमो ने माउंट एवरेस्ट फतह कर तिरंगा फहराया और देश-प्रदेश का नाम रोशन किया। यह कार्य सभी के लिए प्रेरणा है कि कठिनाइयों के बावजूद मेहनत से असाधारण सफलता पाई जा सकती है।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर
शर्मसार करती सच्चाई
‘मनरेगा को ठेंगा’ 27 मई के दैनिक ट्रिब्यून का संपादकीय चिंता बढ़ाने वाला है। गरीबों को रोजगार देने वाली इस योजना में फर्जी भुगतान, मृतकों और काल्पनिक पात्रों को मजदूरी देने जैसे घोटाले उजागर हुए हैं। गुरदासपुर से पंचायत कर्मियों से लेकर मंत्रीपुत्र तक की संलिप्तता चिंताजनक है। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए ईमानदार अधिकारियों की निगरानी में पारदर्शी व्यवस्था आवश्यक है।
शामलाल कौशल, रोहतक
भय और असमंजस
अमेरिका ने बिना सूचना के कई छात्रों, विशेषकर भारतीय छात्रों के वीजा रद्द किए हैं। कक्षाओं में अनुपस्थित रहने या पढ़ाई छोड़ने पर वीजा रद्द होता है और भविष्य में वीजा मिलने की संभावना कम हो जाती है। ट्रंप प्रशासन की सख्त नीतियां भारतीय छात्रों की पढ़ाई और करिअर पर असर डाल रही हैं, जिससे भय और असमंजस बढ़ा है।
दत्तप्रसाद शिरोडक, मुंबई
कानून का भय नहीं
दुष्कर्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। बहन-बेटियां असुरक्षित हैं, जबकि सरकार व पुलिस प्रयासरत हैं। लेकिन अपराधियों में न कानून का भय है न पुलिस का। बेटियों को अब मानसिक रूप से सजग और आत्मरक्षक बनाना होगा। कानून सभी पर समान रूप से लागू हो, तभी दरिंदों के हौसले पस्त होंगे।
हेमा हरि उपाध्याय, उज्जैन, म.प्र.