पाठकों के पत्र
विपरीत आचरण
सोलह अप्रैल के दैनिक ट्रिब्यून में विश्वनाथ सचदेव का लेख ‘रुग्ण मानसिकता के खिलाफ विचार-यात्राएं जरूरी’ अस्पृश्यता के विरुद्ध एक गंभीर विचार है। राजस्थान और उत्तर प्रदेश में दलितों के साथ हुए भेदभावपूर्ण व्यवहार हमारे समाज की बीमार मानसिकता को उजागर करते हैं। यह न केवल नैतिक रूप से गलत है, बल्कि संविधान के खिलाफ भी है। श्रीराम के आदर्शों के विपरीत आचरण करने वालों को आत्मचिंतन की जरूरत है। समाज में विचार-यात्राएं चलाना आज की आवश्यकता है।
शामलाल कौशल, रोहतक
उम्मीद जगी
हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी, जिसने पंजाब नेशनल बैंक से 13,000 से ज्यादा रुपयों की धोखाधड़ी की थी, की बेल्जियम से गिरफ्तारी के बाद भारत आने के आसार हैं। चोकसी को कैंसर है, यह कह किसी के अपराध को ढका नहीं जा सकता। फिलहाल, भगोड़े चोकसी की गिरफ्तारी से उन लोगों में उम्मीद जगी है जिनका पैसा फंसा हुआ है। सरकार को चोकसी से धोखाधड़ी की पूरी रकम वसूलनी चाहिए और न्यायिक जांच पूरी कर उसे सजा देनी चाहिए।
अभिलाषा गुप्ता, मोहाली
घटनाक्रम की तार्किकता
तेजी से बदलते घटनाक्रम में ईडी ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह मामला बिहार और बंगाल चुनावों की आहट के बीच सामने आया है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक साजिश बताया है, जबकि विशेषज्ञ गिरफ्तारी की संभावना जता रहे हैं। पहले कोर्ट इस केस को बंद कर चुका था, लेकिन अब फिर से सुनवाई 25 अप्रैल को होनी है। ईडी पहले ही 600 करोड़ की संपत्तियों को अटैच कर चुकी है।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली