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पाठकों के पत्र

04:00 AM Mar 13, 2025 IST
पाठकों के पत्र
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हेडफोन जागरूकता
कानों पर लगातार मोबाइल या ईयरफोन लगाने से श्रवण शक्ति कमजोर हो सकती है, जैसा कि डब्ल्यूएचओ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है। संपादकीय ‘बच्चों में बहरापन’ में यह उल्लेख किया गया है कि 2050 तक लगभग 1.6 बिलियन लोग बहरापन के शिकार हो सकते हैं, क्योंकि बच्चों में बढ़ते लैपटॉप के प्रयोग और मोबाइल पर गेमिंग, तेज आवाज में घंटों तक गाने सुनना या अन्य आवाजें सुनने से बहरापन आना स्वाभाविक है। इस संदर्भ में, बच्चों को जागरूक करने हेतु स्कूलों और कॉलेजों में विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए।
बी.एल. शर्मा, तराना, उज्जैन

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संसदीय मर्यादा
हाल ही में राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे के एक शब्द पर विवाद हुआ, लेकिन उन्होंने बिना अहंकार के माफी मांगकर लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की। यह उनकी विनम्रता और जिम्मेदारी दर्शाता है। भारतीय लोकतंत्र में मतभेद स्वाभाविक हैं, परंतु उनका समाधान संवाद व सहिष्णुता से होता है। संसद केवल कानून बनाने का मंच नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक गरिमा का प्रतीक भी है। यह घटना सिखाती है कि सम्मानजनक संवाद से ही लोकतंत्र सशक्त बनता है। सशक्त नेतृत्व विनम्रता और उत्तरदायित्व से परिभाषित होता है।
आर.के. जैन, बड़वानी, म.प्र.

कटाक्ष का जवाब
कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ने 2025 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीत एक शानदार सफलता प्राप्त की है। कुछ नेताओं ने कप्तान रोहित शर्मा को, ‘अनफिट’, ‘अयोग्य’ जैसे शब्दों का प्रयोग कर उन पर कटाक्ष किया था। टूर्नामेंट के मैचों में लगातार जीत और फाइनल में एक शानदार पारी खेल, उन्होंने ऐसी सारी तर्कहीन बातों पर‌ विराम लगा दिया है।
अभिलाषा गुप्ता, मोहाली

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