पाठकों के पत्र
शांति की उम्मीद
बारह फरवरी के दैनिक ट्रिब्यून का संपादकीय ‘देर से उठाया कदम’ हिंसाग्रस्त मणिपुर के मुख्यमंत्री द्वारा त्यागपत्र देने के बाद स्थिति में सुधार की संभावना का विश्लेषण करने वाला था। मणिपुर में मई, 2023 से चल रहे संघर्ष में सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों विस्थापित हुए। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के त्यागपत्र के बाद स्थिति सुधारने की उम्मीद जताई जा रही है। सुप्रीम कोर्ट और संसद में भी मणिपुर में शांति की आवश्यकता पर चर्चा हुई। दोनों समुदायों के बीच विश्वास बहाली, पुलिस और सेना द्वारा लूटे गए हथियारों की बरामदगी और निष्पक्षता की जरूरत है।
शामलाल कौशल, रोहतक
सहयोग को मजबूती
भारत और अमेरिका की साझेदारी आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कदम साबित हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात से दोनों देशों के रिश्तों में सामंजस्य मजबूत हुआ है। दोनों नेताओं ने व्यापार, प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा, ऊर्जा के साथ-साथ दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर बातचीत की। पाकिस्तान, जो पहले अमेरिका का करीबी था, अब विश्व स्तर पर अपनी ओछी हरकतों के कारण अलग-थलग पड़ चुका है। इस बदलाव से भारत और अमेरिका के रिश्ते और प्रगाढ़ हो रहे हैं, और भारत को भविष्य में मजबूत सहयोगी मिल रहा है।
हरिहर सिंह चौहान, इन्दौर म.प्र.
प्रयासों का समर्थन
प्रयागराज में महाकुंभ एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जहां श्रद्धालु भारत की समृद्ध संस्कृति से अभिभूत होते हैं। हालांकि, ट्रैफिक जाम और परिवहन व्यवस्था की समस्याएं उठ रही हैं, जिनका समाधान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिकता से किया जा रहा है। विपक्षी राजनीति से बचकर, हमें प्रशासन के प्रयासों का समर्थन करना चाहिए, ताकि आयोजन की व्यवस्थाओं में सुधार हो। साथ ही श्रद्धालुओं का अनुभव और बेहतर हो सके।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली