पाठकों के पत्र
नंबर लेने का दबाव
कुछ ही दिनों में बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। विद्यार्थियों पर पास होने का व अच्छे नंबर लेने का दबाव न केवल टीचरों की तरफ से बल्कि आजकल माता-पिता की तरफ से भी होता है। बारहवीं के विद्यार्थी तो और ज्यादा दबाव में होते हैं क्योंकि उनको आगे कंपीटिटिव एग्जाम भी अच्छे रैंक से पास करने होते हैं ताकि आगे अच्छे कालेज में दाखिला मिल सके। आज बदलते परिवेश में और कंपीटिशन के दौर में एक अच्छी नौकरी और तनख्वाह जरूरी हो गई है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि माता-पिता और टीचर बच्चों के ऊपर अच्छे नंबरों का दबाव बनाएं। इससे वे मानसिक तनाव में आ सकते हैं और भावनात्मक रूप से टूट भी सकते हैं।
अभिलाषा गुप्ता, मोहाली
मोटापे के विरुद्ध
दस फरवरी के दैनिक ट्रिब्यून का संपादकीय ‘मोटापे के विरुद्ध अभियान’ मोटापे के कारण होने वाली बीमारियों, अन्य खतरों से सावधान करने वाला था। जीवन-शैली में निष्क्रियता के चलते मोटापे की बीमारी भारत में तेजी से बढ़ रही है। देश में लगभग 7 करोड़ मोटापे के शिकार लोगों में महिलाएं-बच्चे भी शामिल हैं। उच्च रक्तचाप, फेफड़ों का कैंसर, अर्थराइटिस, दिल की बीमारी आदि तेजी से फैल रही है! मोटापे के खिलाफ राष्ट्रीय जागरूकता अभियान चलाने की सख्त जरूरत है। दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने मोटापे के खिलाफ संतुलित भोजन, योग तथा व्यायाम करने का सुझाव दिया है।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
पुलवामा हमले के सबक
चौदह फरवरी, 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 से अधिक भारतीय सैनिक शहीद हुए, जिससे यह दिन काला दिन बन गया। यह हमला पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद फैलाने का हिस्सा था। भारत ने हमेशा पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया है, लेकिन युद्ध से दोनों देशों का भारी नुकसान होगा। दोनों देशों की आम जनता युद्ध नहीं चाहती, फिर भी पाकिस्तान के सत्ताधारी और कट्टरपंथी इसे बढ़ावा देते हैं। भारत को पाकिस्तान को आर्थिक रूप से कमजोर करने की रणनीति अपनानी चाहिए।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर