पाठकों के पत्र
भरोसा हासिल करें
आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल अपनी हार के बाद अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दिल्ली में शराब नीति विवाद के कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। अब पंजाब में भी शराब नीति के कारण सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है। पार्टी को अपनी नीतियों को स्पष्ट करने और अपनी छवि सुधारने की आवश्यकता है, ताकि लोगों का विश्वास पुनः प्राप्त किया जा सके।
सुभाष बुडावनवाला, रतलाम, म.प्र.
वसंत के अहसास
वसंत ऋतु में जब प्रकृति नए पत्तों और खिलते फूलों के साथ सजती है, तब इसका अहसास हर व्यक्ति को होता है। लेकिन मानव ने प्रकृति से खिलवाड़ कर हरियाली को कम कर दिया है। कंक्रीट के जंगलों की बढ़ती संख्या से वसंत के इस खूबसूरत मौसम का अनुभव मुश्किल हो सकता है। प्रकृति का संरक्षण जरूरी है ताकि आने वाली पीढ़ी भी त्योहारों और प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सके। हमें पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए।
राजेश कुमार शर्मा, जालंधर
बदलाव पर चिंतन जरूरी
हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और मिल्कीपुर में भाजपा की जीत से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस एक पुरानी पार्टी होने के बावजूद विपक्षी दलों से कमजोर साबित हो रही है, जबकि आम आदमी पार्टी का तेज़ी से उभरना और फिर पतन होना दर्शाता है कि स्थिति तेजी से बदल रही है। भाजपा ने मुफ्त सौगातों की घोषणा और बजट राहत से जीत हासिल की, लेकिन कांग्रेस अभी भी चिंतन नहीं कर रही है।
बीएल शर्मा, तराना, उज्जैन
छात्रों पर दबाव
कोचिंग संस्थान छात्रों के भविष्य के निर्माता होते हुए भी सवालों के घेरे में हैं, खासकर कोटा जैसे स्थानों पर लगातार हो रही मौतों ने इन्हें संदेह के घेरे में ला खड़ा किया है। छात्रों पर अत्यधिक दबाव और तनाव के कारण उनकी मानसिक स्थिति प्रभावित हो रही है। इन संस्थानों द्वारा दी जा रही सुविधाएं और भारी शुल्क पर भी सवाल उठ रहे हैं। छात्रों की भलाई के लिए इन संस्थानों पर सुधार की आवश्यकता है।
एमएम राजावत, शाजापुर