पाठकों के पत्र
सबक जरूरी
प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ के दौरान बेकाबू भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत और 70 से अधिक के घायल होने की घटना ने प्रशासन और श्रद्धालुओं को फिर से एक कड़ा संदेश दिया है। ऐसे हादसों से कोई शिक्षा न लेने पर प्रशासन की जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए। कुंभ मेले के दौरान बेहतर प्रबंधन के लिए श्रद्धालुओं का आंकलन, स्नान का क्रम क्षेत्रवार तय करना, पुलिस कर्मियों को आराम देने, अफवाहों पर कड़ी निगाह और अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है। इससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सकता है। ऐसी घटनाओं से सबक लेने की आवश्यकता है।
शामलाल कौशल, रोहतक
आर्थिक वृद्धि और चुनौती
वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट में मध्यम वर्ग को आयकर छूट देने की घोषणा से उन्हें अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा बचाने और निवेश करने का अवसर मिलेगा। यह कदम मध्यम वर्ग की वित्तीय स्थिति सुधारने और खपत में वृद्धि करने में मदद करेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। हालांकि, सरकार को आयकर छूट के साथ-साथ घाटे को नियंत्रित करने और मुद्रास्फीति को कम करने के लिए भी कदम उठाने होंगे, ताकि अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
विभूति बुपक्या, खाचरोद, म.प्र.
शर्मसार करने वाली घटना
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में एक दलित लड़की के साथ क्रूरता की पराकाष्ठा देखने को मिली है। यह सभ्य समाज को शर्मसार कर देने वाली घटना है। जब दिल्ली में निर्भया का केस हुआ था तब देश भर में आंदोलन था। महिला सुरक्षा के लिए कानून भी बनाया गया था। वहीं मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। ऐसी दर्दनाक एवं क्रूरतापूर्ण घटनाओं को कैसे रोका जाए, यह सभी राज्य सरकार, केंद्र सरकार और समाजशास्त्रियों को सोचना होगा।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली