पाठकों के पत्र
सम्मान की दिशा में कदम
मुंबई के श्री सिद्धिविनायक मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब श्रद्धालुओं को सभ्य कपड़े पहनने होंगे छोटे, कटे-फटे या खुले नहीं। यह कदम मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के सम्मान की रक्षा के लिए है। यह पहल देशभर के सभी धार्मिक स्थलों पर लागू होनी चाहिए, जिससे श्रद्धालु सम्मान के साथ पूजा-अर्चना कर सकें।
सतपाल, कुरुक्षेत्र
संयम आवश्यक
प्रयागराज में हुआ हादसा अत्यंत दुखदाई है। लोगों को ऐसी भीड़ वाली जगहों पर संयम और धैर्य के साथ काम लेना चाहिए। सरकार की भी जिम्मेदारी बनती है कि भीड़ के बीच में पुलिसकर्मी तैनात करे जो अनियंत्रित भीड़ को काबू कर सके, बीच में खाली जगह होनी चाहिए ताकि लोग सांस ले सकें और किसी भगदड़ की स्थिति में निकल पाएं। सावधानी और सतर्कता से ही हादसों से बचाव है।
अभिलाषा गुप्ता, मोहाली
घातक रेवड़ी संस्कृति
हर राजनीतिक दल, हर चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए रेवड़ी संस्कृति की बातें घोषणापत्र में करता है। चुनाव के समय जो राजनीतिक दल अपना-अपना घोषणा पत्र पेश करते हैं, उनका भी मतदाताओं को विश्लेषण करना चाहिए। लोकलुभावने वादों से बचना चाहिए। मुफ्तखोरी बहुत-सी समस्याओं को जन्म तो देती ही है, साथ ही यह देश के विकास के लिए भी बहुत बड़ी बाधा उत्पन्न कर सकती है।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर
ईमानदारी पर सवाल
दिल्ली चुनाव में आप और कांग्रेस के अलग-अलग चुनाव लड़ने से दोनों के वोट बंटने का लाभ भाजपा को हो सकता है। केजरीवाल का झूठी बातें फैलाना और अपने बंगले पर करोड़ों खर्च करना भाजपा के पक्ष में जाएगा। दिल्ली की जनता अब केजरीवाल की ईमानदारी पर सवाल उठा रही है, खासकर शराब कांड में उनका दामन भी दागदार हुआ है।
विभूति बुपक्या, खाचरोद, म.प्र.