पाठकों के पत्र
मतदाता की भूमिका
पच्चीस जनवरी के दैनिक ट्रिब्यून में डॉ. सुधीर कुमार का लेख ‘जागरूकता के साथ जिम्मेदारी भी जरूरी’ लोकतंत्र की रक्षा के लिए मतदाताओं की जिम्मेदारी याद दिलाने वाला था। लोकतंत्र की सफलता का आधार स्वतंत्र, निष्पक्ष और सक्रिय गोपनीय मतदान ही है। मतदाता अपनी पसंद की सरकार चुन सकते हैं और चुने गए जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर नजर रख सकते हैं। लोकतंत्र की मजबूती में जागरूक मतदाताओं की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
गांधी दर्शन की प्रासंगिकता
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी तीन महत्वपूर्ण बातें— ‘बुरा मत देखो, बुरा मत बोलो, बुरा मत सुनो’ —आज भी हमें एक सच्ची राह पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं। गांधी ने अहिंसा, सामाजिक समानता और प्रकृति की रक्षा की जो दिशा दी थी, वह आज भी प्रासंगिक है। यदि हम गांधी के विचारों को अपनाएं, तो समाज में भेदभाव और राजनीति के गिरते स्तर में सुधार हो सकता है।
राजेश कुमार चौहान, जालंधर
एशियाई छात्रों पर असर
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में जन्म के आधार पर नागरिकता न देने का कार्यकारी आदेश जारी किया है, जिससे भारतीय परिवारों और एशियाई छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। नए प्रवासन नियमों के तहत गैर-कानूनी रूप से रह रहे विदेशियों को देश से बाहर किया जाएगा। इस नीति का विरोध कई अमेरिकी राज्य कर रहे हैं।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली
जागरूक जनता
भाजपा के बाद अब आप पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी कर 15 बिंदुओं को जनता के सामने पेश किया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा और आप में कड़ा मुकाबला है। पिछले कुछ सालों से दिल्ली में आप पार्टी का बोलबाला रहा है। दोनों पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए प्रलोभन दे रही हैं। लेकिन आज की जनता समझदार और जागरूक है। वह शिक्षा, स्वास्थ्य और नौकरी जैसे क्षेत्रों पर ध्यान देने और महंगाई को कम करने की उम्मीद करती है।
अभिलाषा गुप्ता, मोहाली