पाक के पानी की कहानी, चीन याद दिलाएगा नानी
आलोक पुराणिक
चीन कमाल मुल्क है, सूदखोर पठान टाइप। पठान यूं अफगानिस्तान और पाकिस्तान में पाये जाते हैं। पर चीन कुछ अलग किस्म का पठान है, कर्ज पर कर्ज दिये जाता है पाकिस्तान को यह जानते हुए कि कुछ भी वापस नहीं आएगा। फिर भी कर्ज देना चालू रहता है। इस दुनिया में कुछ भी काम मुफ्त में नहीं होता। फिर एक दिन चीन कहता है कि पाकिस्तान को कि फलां बंदरगाह हमें दे दो। फलां एयरपोर्ट हमें दे दो। इस तरह पाकिस्तान अंदर से चाईनीज हुआ जा रहा है।
अरब देशों को बरसों तक पाकिस्तान ने धर्म के नाम पर बेवकूफ बनाया कि हम और आप तो एक ही हैं। फिर अरब देशों को समझ में आ गया कि हम एक नहीं हैं। अरब देश दाता है पाकिस्तान खालिस भिखारी है, लेने वाला। पाकिस्तान के पास देने के लिए सिर्फ तीन आइटम हैं, एक गधे, दूसरा भिखारी व तीसरा आतंकी। गधों का निर्यात करता है पाकिस्तान चीन को, बदले में चीन मिसाइल देता है पाकिस्तान को, बड़े वाला गधा कौन है, यह सोचना पड़ेगा। पाकिस्तान अरब देशों में भिखारी भेजता है, जाओ कुछ इंटरनेशनल करेंसी लेकर आओ।
यूं पाकिस्तान के पीएम और आर्मी जनरल भी इंटरनेशनल भीख मांगने जाते हैं। पर भीख पाकिस्तान की ग्लोबल स्किल है, हर लेवल पर उसका इस्तेमाल करता है पाकिस्तान। भीख के कारोबार को पाकिस्तान में कुटीर उद्योग स्तर से लेकर बड़े स्तर तक किया जाता है।
पाकिस्तान की तरफ हिंदुस्तान से जाने वाला पानी रुकेगा, तो चीन पानी भी सप्लाई कर देगा। मोटे मुनाफे पर पाकिस्तान को पानी बेचकर एक दिन चीन कहेगा पाकिस्तान से कि भाई अपनी सारी नदियां हमें दे दे। पाकिस्तान का अपना कुछ है नहीं, हाल में पाकिस्तानी सेना के अफसर के साथ हुई पत्रकार की बात कुछ यूं है—
पत्रकार टू पाक सेना अफसर : सर, आपने जो ड्रोन इंडिया की तरफ छोड़े थे, वो निशाने पर पहुंचे ही नहीं। क्या यह शर्मनाक नहीं है?
पाक सेना अफसर : जी बिलकुल, यह शर्मनाक है, पर यह शर्म तुर्किये को आनी चाहिए कि क्योंकि ड्रोन तो तुर्किये के ही थे।
पत्रकार : ओके ड्रोन की शर्म हम ट्रांसफर कर देते हैं तुर्किये को। पर सर आपकी तो मिसाइलें भी रास्ते में उड़ा दी गयीं।
अफसर : जी मिसाइलें चीन की थीं, अगर वो सही काम न कर पायीं, तो इसकी जवाबदेही चीन की है।
पत्रकार : सर भारत से तमाम मिसाइलें आयीं और पाकिस्तानी ठिकानों को तबाह किया। आपका एयर डिफेंस सिस्टम काम नहीं आया।
पाक सेना अफसर : जी हमारा एयर डिफेंस सिस्टम तो चीन का बनाया हुआ है। तो एयर डिफेंस सिस्टम की शर्म भी चीन के खाते में ट्रांसफर कीजिये। हमारा कुछ था ही नहीं। इनफेक्ट सिर्फ बड़ी बड़ी बातें, धमकियां वो हमारी थीं, उनमें कोई कमी हो तो हमें जरूर बताइये।