गोलाबारी में जेसीओ शहीद, प्रशासनिक अफसर समेत छह लोगों की गई जान
जम्मू/पठानकोट, 10 मई (एजेंसी)
पाकिस्तानी सेना द्वारा शनिवार को फिर से मोर्टार से गोले दागे जाने और ड्रोन हमलों में 7 लोगों की मौत हो गई और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आठ कर्मी घायल हो गए। कश्मीर के तीन जिलों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास के गांवों के निवासी बड़ी संख्या में अपने घर छोड़ रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बारामूला, बांदीपुरा और कुपवाड़ा से लगभग 1.10 लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं, क्योंकि उनके घर और सरकारी इमारतें पाकिस्तानी गोलाबारी की चपेट में आ गई हैं। जम्मू के आर एस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में बीएसएफ के आठ जवान घायल हो गए। उन्हें सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जम्मू के राजौरी में, अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थापा और उनके स्टाफ के दो सदस्य शहर में उनके (थापा के) आवास पर गोला गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि सभी को सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां थापा ने दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार शनिवार सुबह पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में अपनी चौकी के पास पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हो गए।
वहीं, अधिकारी की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, राजौरी से दुखद समाचार मिला। हमने जम्मू कश्मीर प्रशासनिक सेवा के एक निष्ठावान अधिकारी को खो दिया। उन्होंने (थापा ने) कल ही उपमुख्यमंत्री के साथ जिले में व्यवस्थाओं का जायजा लिया था और वह ऑनलाइन बैठक में भी शामिल थे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।
हमलों में इनकी भी गई जान
अधिकारियों ने बताया कि राजौरी शहर में एक औद्योगिक क्षेत्र के पास पाकिस्तान की गोलाबारी में आयशा नूर (दो) और मोहम्मद शोहिब (35), पुंछ के मेंढर सेक्टर के कंघरा-गलहुट्टा गांव में मोर्टार के मकान पर गिरने से 55 वर्षीय रशीदा बी, बंटालाब के खेरी केरन गांव में जाकिर हुसैन (45) की मौत हो गई। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जम्मू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, नौ मई को रात करीब नौ बजे पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के जम्मू सेक्टर में बीएसएफ चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका बीएसएफ ने भी माकूल जवाब दिया।
हेल्पलाइन नंबर किए जारी
तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर जम्मू शहर और गोलाबारी प्रभावित क्षेत्रों में अधिकतर दुकानें बंद रहीं। पुलिस ने जनता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए तथा उन्हें सलाह दी कि वे किसी भी संदिग्ध सामग्री या नष्ट ड्रोन या मोर्टार के गोले को न छुएं और न ही उसके आसपास जाएं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर लोगों के लिए किसी भी आपात स्थिति, संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने या कोई सहायता प्राप्त करने के लिए चौबीसों घंटे सक्रिय रहेंगे।