पसंद है अच्छी स्क्रिप्ट
थिएटर से एक्टिंग की शुरुआत करने वाले अभिनेता गिरिजा शंकर ने सीरियल्स व फिल्मों में काम किया। लेकिन उन्हें पहचान मिली टीवी धारावाहिक महाभारत में धृतराष्ट्र के किरदार से। वे कहते हैं अगर स्क्रिप्ट अच्छी हो, तो हर माध्यम में काम करना पसंद है।
सरोज वर्मा
गिरिजा शंकर एक भारतीय अभिनेता, निर्माता और निर्देशक हैं जिनकी पहचान बीआर चोपड़ा निर्मित टीवी सीरियल ‘महाभारत’ में धृतराष्ट्र का किरदार निभाने को लेकर है। गिरिजा शंकर का बचपन पटियाला में बीता था। उन्होंने थिएटर, बॉलीवुड फिल्मों के अलावा टीवी धारावाहिकों में भी काम किया है। उनके साथ हुई बातचीत के अंश-
आपने अभिनय की दुनिया में कदम कैसे रखा?
मेरे अभिनय का सफर थिएटर से शुरू हुआ। चंडीगढ़ में पढ़ाई के दौरान रंगमंच से जुड़ गया। वहीं से अभिनय में दिलचस्पी बढ़ी और धीरे-धीरे टीवी व फिल्मों की ओर रुख किया।
आपने ‘महाभारत’ धारावाहिक में ‘धृतराष्ट्र’ का यादगार किरदार निभाया था। वह अनुभव बताइए?
‘महाभारत’ मेरे जीवन का एक मील का पत्थर था। बी. आर. चोपड़ा जी के साथ काम करना सौभाग्य की बात थी। ‘धृतराष्ट्र’ का किरदार चुनौतीपूर्ण था क्योंकि वह नेत्रहीन था, फिर भी उसके भीतर भावनाओं का एक गहरा संसार था। उस किरदार को निभाने के लिए बहुत तैयारी करनी पड़ी।
अभिनय के दौरान किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा?
उस समय संसाधन सीमित थे, लेकिन जुनून बहुत था। कभी-कभी एक सीन के लिए घंटों रिहर्सल करनी पड़ती थी।
जो युवा टैलेंट अभिनय में आना चाहते हैं आप उन्हें क्या संदेश देना चाहेंगे?
बस यही कहना चाहूंगा कि अभिनय एक साधना है। सिर्फ ग्लैमर के लिए मत आइए। सच्चा कलाकार वही है जो हर किरदार को अपने भीतर उतार सके। धैर्य और समर्पण ज़रूरी है।
आपने निर्देशन और लेखन में भी हाथ आजमाया है?
मैंने कुछ प्रोजेक्ट्स निर्देशित भी किए हैं और लेखन में भी दिलचस्पी है। एक कलाकार का मन हमेशा रचनात्मक होता है। इसलिए मंच के पीछे का काम भी उतना ही रोमांचक है।
भविष्य में दर्शक आपको किस रूप में देख सकते हैं?
मैं अभी भी सक्रिय हूं। कुछ प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में हैं- ज़ी पंजाबी फ़िल्म्स, अभी मैंने लॉन्च किया। यह प्रोजेक्ट मैंने पंजाबी फिल्मों से इंस्पायर होकर किया है। इसमें मेरी पूरी टीम ने मेरा खूब सहयोग किया जो एक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल होगा जिसमें पंजाबी म्यूजिक और फिल्मों को खास पहचान मिलेगी। इसके अलावा हॉलीवुड में बतौर डायरेक्टर व प्रोड्यूसर काम करूंगा। वहीं मैं थिएटर प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रहा हूं। अगर स्क्रिप्ट अच्छी हो, तो हर माध्यम में काम करने को तैयार हूं।