भिवानी, 5 जुलाई (हप्र)सतलुज-यमुना लिंक नहर के मुद्दे को लेकर 9 जुलाई को पंजाब व हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के बीच दिल्ली में जो बैठक होगी, उसमें हरियाणा प्रदेश अपना पक्ष मजबूती से रखेगा। यह बात राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने तोशाम हल्के गांव बापोड़ा में जलघर, माईनर, सड़क, पानी, सीवरेज, जोहड़ सौंदर्यकरण व अन्य विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।किरण चौधरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला दे चुकी है परंतु पंजाब-हरियाणा का अधिकृत पानी उसे नहीं दे रहा, जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री संवैधानिक पद पर बैठे है। पंजाब ने हरियाणा के हिस्से की एसवाईएल नहर को पाटने का कार्य किया है। किसी समय में चौ. बंसीलाल ने दक्षिण हरियाणा के रेगिनस्तानी क्षेत्र तक पानी पहुंचाने के लिए इस नहर का निर्माण करवाया था, परन्तु यह योजना उनके बाद आए राजनीतिक लोगों के नहीं संभालने के चलते खटाई में पड़ गई। एसवाईएल को लेकर 13 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होनी है। तोशाम हलके के विभिन्न गांव दिनोद, भारीवास, झुल्ली, ढ़ाणी केहरा, कतवार, साहीवाला, बुसान में पहुंचकर राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने लोगों की समस्याएं सुनी तथा अधिकारियों को साथ लेकर उनका मौके पर ही निपटान किया।किरण ने ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे के दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि यूनीफाईड पेंशन स्कीम के मुद्दे पर कहा कि यह स्कीम हरियाणा में लागू कर दी गई है। इससे कर्मचारियों को अच्छा लाभ होगा। किरण चौधरी ने जल संरक्षण को लेकर लोगों से अपील की कि जल के संसाधन सीमित है। ऐसे में जल को बचाने के लिए आमजन को चाहिए कि वे जल प्रबंधन के नियम व तकनीकों को अपनाएं।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भिवानी के चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल को नए बन रहे मेडिकल कॉलेज के साथ जोड़ा गया है, लेकिन चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल का अस्तित्व बना रहेगा।