निर्माण, मनरेगा मजदूरों ने मांगों को लेकर किया जोरदार प्रदर्शन
जींद (जुलाना), 9 जनवरी (हप्र) : जिले के निर्माण व मनरेगा मजदूरों ने बृहस्पतिवार को भवन निर्माण कामगार यूनियन जिला कमेटी जींद के नेतृत्व में लघु सचिवालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और अपनी मांगों एवं समस्याओं के समाधान को लेकर उपायुक्त जींद को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन से पहले सैकड़ों मजदूर-कारीगर डीआरडीए परिसर में इकट्ठे हुए और एक सभा की, जिसकी अध्यक्षता यूनियन के जिला प्रधान कश्मीर सेलवाल व संचालन जिला सचिव कपूर सिंह ने किया।
इस दौरान कामरेड रमेशचंद्र, कपूर सिंह, संदीप जाजवान, सुभाष पांचाल ने बताया कि आज निर्माण व मनरेगा मजदूरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। श्रम कल्याण बोर्ड पूरी तरह से भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। पिछले चार-पांच साल से सैकड़ों निर्माण मजदूरों का कन्यादान, मृत्यु सहायता, मातृत्व, पितृत्व इत्यादि की सुविधाएं अटकी हुई हैं। उन्होंने कहा कि इन मजदूरों के पास दलालों के फोन आते हैं और 30 से 40 प्रतिशत कमीशन की मांग करते हुए कहते हैं कि एक सप्ताह के अंदर आपके पैसे आ जाएंगे, लेकिन जब मजदूर मना कर देते हैं तो उनके आवेदनों पर अनाप-शनाप आपत्तियां लगाकर आवेदनों को रद्द कर दिया जाता है। बिना दलालों के श्रम कल्याण बोर्ड से सुविधा प्राप्त करना लगभग नामुमकिन हो गया है ।
सीआईटीयू एवं मनरेगा श्रमिक यूनियन नेता कामरेड रमेश चंद्र ने बताया कि मनरेगा के मजदूरों को पिछले तीन-चार साल से पांच किलोमीटर दूर काम पर जाने पर भी किराया नहीं दिया जा रहा जबकि कानून के तहत किराया देने का प्रावधान है। दुर्घटना में चोट लगने पर किसी प्रकार के इलाज का प्रबंध नहीं किया जा रहा, काम मांगने पर काम नहीं दिया जा रहा और अगर काम मिल भी जाता है तो 15 दिन के मस्टररोल में केवल तीन-चार दिन ही काम देकर काम बंद कर दिया जाता है। पूरा काम करने के बावजूद कम मजदूरी दी जाती है, वो भी समय पर नहीं मिलती। सालों तक पक्के काम की मजदूरी व मेटों की पेमेंट लटकाना आम बात हो गई है।
प्रदर्शन के बाद मजदूरों का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से मिला। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के अंदर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करवाकर मजदूरों की समस्याओं को हल करवाने की पूरी कोशिश की जाएगी। यूनियन नेताओं ने कहा कि अगर इन समस्याओं का समाधान समय रहते नहीं हुआ तो जल्द ही निर्माण व मनरेगा मजदूर बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। इस मौके पर सुरेश करसोला, दीनदयाल, राजेश कुमार, पवन कुमार आदि ने भी संबोधित किया।