निजी बिजली कंपनी पर गिर सकती है गाज !
रविन्द्र वासन/निस
धर्मशाला, 29 जून
धर्मशाला के पास मनूनी नाले पर एक पनबिजली परियोजना का निर्माण कर रही एक निजी बिजली कंपनी की ‘अवैज्ञानिक और अनियमित गतिविधियों’ ने बुधवार शाम को अचानक आई बाढ़ से हुई तबाही को और बढ़ा दिया है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। यह चौंकाने वाला खुलासा त्रासदी की मजिस्ट्रेट जांच के प्रारंभिक निष्कर्षों में सामने आया है। 4.80 मेगावाट की माइक्रो हाइडल परियोजना, जिसे पहले मनुनी-2 हाइड्रो-पावर प्रोजेक्ट के रूप में जाना जाता था, इंदिरा प्रियदर्शिनी हाइड्रो पावर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा विकसित की जा रही है। उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मोहित रतन के नेतृत्व में एक टीम, वन विभाग, पुलिस, हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड, जल शक्ति विभाग, खनन, श्रम विभाग, हिम ऊर्जा और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ, मौके पर निरीक्षण करने के लिए कठिन मौसम की स्थिति में परियोजना स्थल पर पहुंची। बाद में शाम को, एसडीएम ने अपने कार्यालय में एक बैठक बुलाई। हालांकि अंतिम रिपोर्ट का अभी भी इंतजार है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसे रविवार तक संकलित किया जा सकता है। प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर निरीक्षण दल के हिस्से के रूप में साइट का दौरा किया और अवैध और अनधिकृत गतिविधियों की मौजूदगी की पुष्टि की।’