मनीमाजरा (चंडीगढ़), 5 मई (हप्र)चंडीगढ़ की 13 वर्षीय नन्ही प्रतिभा मायरा खट्टर ने आईआईटी मुंबई की अंडर 17 टैलेंट प्रतियोगिता में अपनी विलक्षण कला से सबका दिल जीत लिया। उसमें ना केवल हिंदी या अंग्रेज़ी, बल्कि 12 अलग-अलग विदेशी उच्चारणों में धाराप्रवाह बोलने की अद्भुत क्षमता है। मायरा सिर्फ एक प्रतिभागी नहीं, बल्कि देश की सबसे कम उम्र की शोधकर्ता, लेखिका और एक निपुण योग चैंपियन है जिसने कम उम्र में ही सिद्ध कर दिया कि प्रतिभा कभी भी उम्र की मोहताज नहीं होती।मायरा ने कहा कि मुझे खुद पर और ऊपरवाले पर पूरा भरोसा था। हर दिन मैंने सीखा, कोशिश की और दिल से मेहनत की। ये सब उस दिव्य शक्ति के बिना मुमकिन नहीं था जो हमेशा मेरे साथ रही। मायरा आज सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे देश की एक चमकती मिसाल है जो दिखा रही है कि अगर जज्बा हो, तो कोई भी सपना छोटा नहीं होता।