नकल पर बोर्ड की सख्ती : 381 मामले दर्ज, 12 मामलों में प्राथमिकी दर्ज, 39 परीक्षक हटाए
भिवानी, 12 मार्च (हप्र)
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में पारदर्शिता बनी रहे व नकल रहित परीक्षाओं के संचालन के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने बोर्ड अधिकारियों से बैठक कर गुणवत्तापरक शिक्षा देने को लेकर निर्देश दिए है। साथ ही नकल जैसी बुराई को परीक्षाओं से दूर रखने की बात कही है। यह बात हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन प्रो. डॉ. पवन कुमार और बोर्ड सचिव डॉ. मुनीश नागपाल ने बोर्ड परिसर में प्रेसवार्ता के दौरान बताई।
इस मौके पर बोर्ड चेयरमैन व सचिव ने बताया कि अब तक परीक्षाओं में नकल के अब तक 381 मामले दर्ज किए गए है और प्रतिरूपण के 12 मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही नकल के मामलों में संलिप्त परीक्षकों को ना केवल रिलीव किया गया है, बल्कि उन पर विभागीय कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है।
पत्रकारों द्वारा 10वीं बोर्ड के गणित के प्रश्न-पत्र में बाहर से सवाल आने के मुददे पर ग्रेस मार्क्स दिए जाने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसको लेकर गणित विशेषज्ञों की टीम को यह मामला सौंपा गया है। वे प्रश्नों की कठिनता, उनका स्तर व अन्य बिंदुओं पर ध्यान देकर ग्रेस मार्क्स देने का निर्णय ले सकते हैं।
बोर्ड सचिव ने कहा- 226 फ्लाइंग स्कवायड प्रदेश में तैनात
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 226 फ्लाइंग स्कवायड नकल रोकने के लिए लगाई गई है। उन्होंने साफ किया कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड नकल को लेकर पूर्णतया सख्त है तथा नकल के मामलों में संलिप्त लोगों से सख्ताई से निपटा जा रहा है। उन्होंने बताया कि भविष्य की परीक्षाओं में जहां भी नकल के मामले पाए गए तथा परीक्षा केंद्रों को रद्द करना पड़ा, उनमें दोबारा परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाएंगे। नकल में संलिप्त संबंधित स्कूल प्राचार्य या प्रबंधन पर भी कार्रवाई होगी।
विद्यार्थियों की कम्युनिकेशन स्किल सुधारने पर जोर
उन्होंने कहा कि हरियाणा के बच्चों का आईक्यू राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल आदि राज्यों से किन्ही भी मामलों में कम नहीं है, क्योंकि उत्तर भारत के विभिन्न प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में हरियाणा के छात्रों का एडमिशन अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा पाया जाता है। हालांकि उन्होंने कहा कि हरियाणा के विद्यार्थियों की कम्युनिकेशन स्किल को सुधारने की दिशा में भविष्य में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा कार्य किया जाएगा।