ड्रैगन का पलटवार, अमेरिका पर 125% लगाया टैरिफ
बीजिंग, 11 अप्रैल (एजेंसी)
चीन और अमेरिका के बीच टैरिफ वार नहीं थम रही। चीन ने शुक्रवार को पलटवार जारी रखते हुए अमेरिकी उत्पादों के आयात पर टैरिफ बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने विश्व व्यापार संगठन के विवाद निपटान तंत्र के तहत अमेरिका के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया है। इस बीच, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने यूरोपीय संघ से वाशिंगटन द्वारा ‘एकतरफा धौंस-धमकी का संयुक्त रूप से विरोध’ करने का आग्रह किया।
बीजिंग ने यह भी संकेत दिया कि अगर अमेरिका अपने टैरिफ में और बढ़ोतरी करता है, तो चीन इसे अनदेखा कर देगा। हालांकि, चीन ने बातचीत का दरवाजा भी खुला रखा है। इसके पहले अमेरिका ने चीन के उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाकर 145 प्रतिशत करने की घोषणा
की थी।
चीन के सीमा शुल्क आयोग ने कहा, ‘अगर अमेरिका इससे भी अधिक शुल्क लगाता है तो उसका आर्थिक रूप से कोई मतलब नहीं होगा और आखिरकार वह विश्व आर्थिक इतिहास में एक मजाक के रूप में दर्ज होगा। चीन के बाजार के लिए मौजूदा शुल्क स्तर पर अमेरिकी आयात को स्वीकार करना पहले से ही असंभव है। अगर अमेरिका चीन के हितों को कमजोर करने में लगा रहता है तो चीन सख्त जवाबी कार्रवाई करेगा और आखिर तक लड़ेगा।’
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि अगर अमेरिका वास्तव में बातचीत के माध्यम से मुद्दों को हल करना चाहता है, तो उसे अपने अधिकतम दबाव की रणनीति और गैर-जिम्मेदाराना हरकतों को रोकना चाहिए। लिन ने कहा, ‘टैरिफ या व्यापार युद्ध में कोई भी विजेता नहीं होता। चीन ऐसे युद्ध का हिस्सा नहीं बनना चाहता, लेकिन हम ऐसा करने से डरते भी नहीं हैं।’
भारतीय बाजारों में तेजी, सेंसेक्स 1310 अंक उछला
मुंबई (एजेंसी) : भारत समेत विभिन्न देशों पर लगाए उच्च सीमा शुल्क को तीन महीनों के लिए टालने के अमेरिकी सरकार के फैसले से शुक्रवार को स्थानीय शेयर बाजारों में जबर्दस्त तेजी रही। सेंसेक्स 1,310 अंक उछल गया जबकि निफ्टी ने 429 अंकों की छलांग लगाई। भारतीय बाजार में तेजी इस लिहाज से खास रही कि इसने दुनिया भर के बाजारों में व्याप्त गिरावट के रुख के उलट तेजी का रुझान दिखाया। बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,310.11 अंक यानी 1.77 प्रतिशत उछलकर 75,157.26 अंक पर बंद हुआ।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को अंतिम रूप 90 दिन में संभव
नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत और अमेरिका के बीच एक अंतरिम व्यापार समझौते को 90 दिन में अंतिम रूप दिया जा सकता है। हालांकि, दोनों देशों के लिए फायदेमंद होने पर ही समझौता होगा। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह कहा। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारत पर लगाए 26 प्रतिशत जवाबी टैरिफ को 90 दिनों के लिए टालने का फैसला किया है। अधिकारी ने कहा कि दोनों देशों ने समझौते के लिए बातचीत शुरू करने के लिए पहले ही नियम एवं शर्तों को अंतिम रूप दे दिया है।
उन्होंने कहा, ‘द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के स्वरूप और आकार को अंतिम रूप देने के लिए काफी संभावनाएं हैं।’ दोनों पक्षों ने इस वर्ष सितंबर-अक्तूबर तक समझौते के पहले चरण को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस बीच, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत प्रस्तावित समझौते पर लगातार अमेरिका के संपर्क में है। सरकार देश व जनता के हितों की रक्षा करेगी, जल्दबाजी में कोई भी कदम उठाना कभी भी उचित नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि देश की सभी व्यापार वार्ताएं ‘भारत प्रथम’ की भावना के साथ अच्छी तरह आगे बढ़ रही हैं। वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ व्यापार समझौते महत्वपूर्ण हैं और भारत इस पर बहुत तत्परता से काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के साथ संभावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर रखे गये प्रस्ताव पर ट्रंप प्रशासन ने तेजी से प्रतिक्रिया दी है।