ठेके पर हुई फायरिंग और धमकी के बाद अधिकांश ठेकेदार नहीं आ रहे आगे
यमुनानगर,10 जून (हप्र)
यमुनानगर जिले के शराब के 55 जोन में से मात्र 10 जोन की आवंटन प्रक्रिया ही आज पूर्ण हुई है। 27 मई को शराब के एक ठेके पर हुई फायरिंग और धमकी के बाद अधिकांश शराब के ठेकेदार नीलामी में हिस्सा लेने के लिए आगे नहीं आ रहे थे, जिसके चलते यमुनानगर के उपायुक्त पार्थ गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भोरिया सहित अन्य अधिकारी लगातार शराब ठेकेदारों को मीटिंग करके सुरक्षा का भरोसा दिलाने का प्रयास करते रहे।
सबसे पहले 31 मई को ई-नीलामी में मात्र 3 जोन के लिए ही ठेकेदारों ने अप्लाई किया था। उसके बाद एक-दो दिन के अंतराल से अब तक पांच बार ठेकों की ई-नीलामी की तिथि रखी जा चुकी है, लेकिन अब तक मात्र 10 जोन ही अलाॅट हो पाए हैं। अगर बाकी जोन ई-नीलामी में अलाॅट नहीं होते हैं तो उन सभी इलाकों को ड्राई एरिया घोषित कर दिया जाएगा। इसका मतलब उन इलाकों में कोई भी शराब नहीं बेच सकेगा। एक्साइज विभाग भी वहां सक्रिय हो जाएगा। इसके अलावा पुलिस भी वहां सक्रिय रहेगी। कोई भी शराब बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी तरफ सरकार को इससे काफी बड़ा नुकसान होगा। अकेले यमुनानगर में अगर और ठेके अलाट नहीं होते तो 400 करोड़ से अधिक के राजस्व का नुकसान हो जाएगा। अगर प्रदेश की बात करें तो आज पूरे प्रदेश में ई-नीलामी थी, लेकिन मात्र तीन जोन ही आज की नीलामी में अलाॅट किए गए हैं। इस तरह पूरे प्रदेश में हजारों करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा। दरअसल प्रदेश के शराब के ठेकेदार शराब ठेकों पर हुई गोलीबारी की घटनाओं से चिंतित हैं।
फिलहाल उम्मीद यह भी है कि विभाग द्वारा अगले एक-दो दिनों में फिर से ई-नीलामी की तिथि घोषित जाएगी और इस बार शराब के ठेकों के रिजर्व प्राइस कम किया जा सकते हैं, लेकिन उससे कितना असर ठेकेदारों पर पड़ेगा यह कहा नहीं जा सकता। प्रदेश में शराब के ठेकों का 11 जून को अंतिम दिन है। इसके बाद वही शराब के ठेके खुलेंगे जो इस नीलामी में अलाट हुए होंगे। बाकी सब जगह ड्राई एरिया घोषित कर दिया जाएगा।