ट्रंप के शुल्क पर मेक्सिको, कनाडा की जवाबी कार्रवाई
वाशिंगटन, 2 फरवरी (एजेंसी)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा और चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर कड़े शुल्क लगाने के एक आदेश पर शनिवार को हस्ताक्षर किये। इसके तुरंत बाद कनाडा और मेक्सिको ने भी जवाबी कार्रवाई की। इससे व्यापार युद्ध की आशंका प्रबल हो गयी है। वहीं, चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि ट्रंप का कदम अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों का गंभीर उल्लंघन करता है और इसे विश्व व्यापार संगठन में चुनौती दी जाएगी। चीन ने अमेरिका से ‘बातचीत में शामिल होने और सहयोग को मजबूत करने’ का आग्रह भी किया।
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किए अपने पोस्ट में कहा कि ये शुल्क अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं। ट्रंप ने तीनों देशों पर ‘फेंटेनाइल’ (दर्द निवारक दवा) के अवैध निर्माण एवं निर्यात पर अंकुश लगाने तथा कनाडा और मेक्सिको पर अमेरिका में अवैध आव्रजन रोकने का दबाव डाला।
ट्रंप ने चीन से सभी आयात पर 10 प्रतिशत, जबकि मेक्सिको और कनाडा से आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने के लिए आर्थिक आपातकाल की घोषणा की। कनाडा से आयातित तेल, प्राकृतिक गैस और बिजली पर 10 प्रतिशत की दर से कर लगाया जाएगा। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने गंभीर लहजे में कहा, ‘व्हाइट हाउस द्वारा आज की गयी कार्रवाई ने हमें एकजुट करने के बजाय अलग कर दिया है।’ उन्होंने कहा कि उनका देश शराब और फलों सहित 155 अरब डॉलर तक के अमेरिकी आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाएगा। उन्होंने अमेरिकियों को याद दिलाया कि कनाडाई सैनिकों ने अफगानिस्तान में उनके साथ लड़ाई लड़ी थी और कैलिफोर्निया में जंगल की आग से लेकर तूफान ‘कैटरीना’ तक के संकटों से निपटने में मदद की थी।
वहीं, मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने भी जवाबी शुल्क लगाने का आदेश दिया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट में लिखा, ‘हम व्हाइट हाउस के इस आरोप को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं कि हमारी सरकार का आपराधिक संगठनों के साथ गठजोड़ है।’
ट्रंप द्वारा शुल्क लगाने से मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका है। इससे मतदाताओं का यह भरोसा खत्म हो सकता है कि ट्रंप अपने वादे के अनुसार किराने के सामान, गैसोलीन और अन्य वस्तुओं की कीमतें नीचे ला सकते हैं।