जिसके साथ गुजारनी थी उम्र, उसी को देनी पड़ी अंतिम विदाई
हितेश शर्मा/निस
नाहन, 4 जून
सुख-दुख में एक-दूजे का साथ देते हुए उम्र गुजारने की तमन्ना थी, लेकिन अनहोनी ने एक झटके में सब खत्म कर दिया और लाल जोड़े में पति को अंतिम विदाई देने का मंजर देखकर मानो हिमाचल की वादियां भी रो पड़ीं। सिक्किम में भूस्खलन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए 27 वर्षीय लांस नायक मनीष ठाकुर बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। नाहन विधानसभा क्षेत्र के बड़ाबन में उनका राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद की पार्थिव देह को उनके छोटे भाई धीरज ठाकुर ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में लोगों का हुजूम उमड़ा। पूरा इलाका भारत माता की जय, वंदे मातरम, मनीष ठाकुर अमर रहें के नारों से गूंज उठा।
जैसे ही तिरंगे में लिपटी लांस नायक मनीष ठाकुर की पार्थिव देह घर के आंगन में पहुंची, तो पूरा माहौल गमगीन हो उठा। मां तो बेटे के अंतिम दर्शनों के दौरान बेसुध हो गईं। पिता जोगिंद्र सिंह चुपचाप लाडले के चेहरे को देखते रहे। शहीद की पत्नी तनु फूट-फूट कर रोई। उन्होंने लाल जोड़े में अपने कांपते हाथों से जीवन साथी को अंतिम विदाई दी।
परिवार को दिए सात लाख
सिरमौर के एसडीएम एलआर वर्मा ने मनीष को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं एसडीएम, नाहन राजीव सांख्यान, एसपी सिरमौर एनएस नेगी, डीएसपी हेडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर और सैनिक वैलफेयर बोर्ड के उपनिदेशक मेजर दीपक धवन भी मौजूद रहे। सरकार की तरफ से जिला प्रशासन ने 7 लाख रुपये की राशि शहीद के परिवार को सौंपी। वहीं अंतिम संस्कार के लिए 15,000 रुपये की सहायता राशि सैनिक वेलफेयर बोर्ड के माध्यम से प्रदान की गई।