जम्मू, 12 अप्रैल (एजेंसी)जम्मू के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ को नाकाम करते हुए हिमाचल प्रदेश का वीर सपूत शहीद हो गया। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) कुलदीप चंद की जान चली गयी। माना जा रहा है कि केरी भट्टल इलाके में भीषण गोलीबारी के बाद आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में वापस चले गए।जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर ने ‘एक्स' पर कहा, 'सभी अधिकारियों ने '9 पंजाब' के बहादुर सूबेदार कुलदीप चंद के सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया। उन्होंने 11 अप्रैल 2025 की रात को सुंदरबनी के केरी भट्टल इलाके में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ-रोधी अभियान का बहादुरी से नेतृत्व करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।' जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट आतंकवादियों के खिलाफ घुसपैठ रोधी अभियान का नेतृत्व करते हुए अपनी जान कुर्बान करने वाले एक जूनियर कमीशन प्राप्त अधिकारी (जेसीओ) को शनिवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। अधिकारियों के मुताबिक, सतर्क जवानों ने शुक्रवार देर रात केरी भट्टल इलाके में अग्रिम वन क्षेत्र में एक नाले के पास भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह को देखा और उन्हें चुनौती दी, जिसके बाद भीषण गोलीबारी हुई जो काफी देर तक जारी रही। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में सूबेदार कुलदीप चंद घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। इसी क्षेत्र में 11 फरवरी को आतंकवादियों द्वारा किए गए एक विस्फोट में एक कैप्टन सहित दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे तथा एक अन्य घायल हो गया था। यह ताजा घटना भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू- कश्मीर के पुंछ जिले में सीमा प्रबंधन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग के दो दिन बाद हुई है।छुट्टी लेकर घर आने वाले थे, पार्थिव शरीर पहुंचने पर पूरा गांव गमगीनहमीरपुर (निस) : नादौन उपमंडल की ग्राम पंचायत गाहलियां के कोहलवीं गांव निवासी सूबेदार कुलदीप चंद का पार्थिव शरीर पहुंचा तो पूरा गांव गमगीन हो गया। कुलदीप चंद अपने पीछे 84 वर्षीय पिता रतन चंद, 75 वर्षीय माता शकुंतला देवी, पत्नी संतोष कुमारी, 18 वर्षीय बेटी दीक्षा और 14 वर्षीय पुत्र आर्यन को छोड़ गए हैं। वह इसी माह छुट्टी लेकर घर आने वाले थे। यहां घर में निर्माण कराने की योजना थी। उनकी सेवानिवृत्ति अगले साल फरवरी में होनी थी। ग्राम पंचायत गाहलियां के उप-प्रधान कपिल कुमार सिंह ने बताया कि कुलदीप मिलनसार और मेहनती इंसान थे। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि कोहलवीं गांव का यह वीर सपूत अमर हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, सांसद अनुराग ठाकुर, विधायक इंद्रदत्त लखनपाल, आशीष शर्मा, पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री, बलदेव शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। किश्तवाड़ में दो और आतंकवादी ढेरजम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों द्वारा चलाये जा रहे एक अभियान में दो और आतंकवादी मारे गए हैं। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने क्षेत्र से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने का अपना संकल्प भी दोहराया। इसके साथ ही पिछले दो दिन से जिले के छत्रू क्षेत्र में जारी अभियानों में मारे गए आतंकवादियों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। शुक्रवार सुबह सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया था।