बच्चे भागने लगे तो बाहों में जकड़कर मौत को गले लगायाराजेश शर्मा/हप्रफरीदाबाद, 10 जूनमंगलवार दोपहर एक व्यक्ति ने अपने 4 बच्चों के साथ ट्रेन के आग कूदकर जान दे दी। आत्महत्या से पहले उसने बच्चों को कोल्ड ड्रिंक और चिप्स भी दिलाए। ट्रेन आने पर बच्चों ने भागने की कोशिश की तो उन्हें बाहों में जकड़ लिया। बच्चों की 3 से 10 साल के बीच थी। मृतक व्यक्ति की पहचान मनोज महतो के रूप में हुई, वह मूल रूप से बिहार के जिला लखीसराय का था।जीआरपी थाने के एसएचओ राजपाल ने बताया कि पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो रेलवे ट्रैक पर पांच लाशें बिखरी पड़ी मिलीं। शवों के पास आधार कार्ड के साथ एक पर्ची मिली। इससे उनकी पहचान हो सकी। पर्ची पर लिखे नंबर पर फोन किया गया तो मनोज की पत्नी ने उसे रिसीव किया। कुछ देर बाद महिला वहां पहुंची और पति, बच्चों के शव देखकर वह बिलख पड़ी। महिला जिसका नाम प्रिया बताया गया वहां बेहोश हो गयी। बाद में उसने बताया कि पति बच्चों को पार्क में ले जाने के नाम पर ले गये थे।पत्नी के चरित्र पर था शकशुरुआती जांच में पुलिस के मुताबिक मनोज को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था। मंगलवार सुबह उसका पत्नी से झगड़ा भी हुआ। दोपहर को वह चारों बच्चों को पार्क में घुमाकर लाने की बात कहकर घर से निकला। मनोज की पत्नी प्रिया ने भी पुलिस को बताया कि पति उसके चरित्र पर शक करता था। वह रिश्तेदारों से भी फोन पर बात करती तो झगड़ा करता था। मंगलवार की सुबह भी एक रिश्तेदार का फोन आया था। वह सुनने लगी तो पति ने झगड़ा किया था।