प्रदीप साहू/हप्रचरखी दादरी, 8 जूनहरियाणा कांग्रेस संगठन में जिलाध्यक्ष को लेकर चरखी दादरी में पहुंचे राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने कार्यकर्ताओं व नेताओं से मंंथन किया। इस दौरान भिवानी जिले के नेताओं के दादरी की मीटिंग में शामिल होने पर एेतराज जताया गया। राष्ट्रीय पर्यवेक्षक व राजस्थान के मंडावा की विधायक रीटा चौधरी ने माना कि हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी के कारण विधानसभा में सरकार नहीं बना पाये। अब सब कांग्रेसियों को एकजुट होकर व कार्यकर्ताओं से राय शुमारी के बाद जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। वहीं, धरातल पर कार्य करने वालों को संगठन में शामिल किया जाएगा।दरअसल, रविवार को राष्ट्रीय कांग्रेस पर्यवेक्षक व राजस्थान के मंडावा की विधायक रीटा चौधरी, पीसीसी पर्यवेक्षक जगदीश यादव व लाल बहादुर खोवाल चरखी दादरी के रेस्ट हाउस में जिलाध्यक्ष के अलावा संगठन बनाने को लेकर कांग्रेसियों की नब्ज टटोलने पहुंचे थे। मीटिंग में पर्यवेक्षकों द्वारा जहां गुटबाजी से हटकर संगठन मजबूती पर जोर दिया वहीं पार्टी के जिला अध्यक्ष बनाने को लेकर कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ मंथन किया। कहा कि राय शुमारी के बाद पार्टी के प्रति समर्पित, पुराना विचारधारा व सबको साथ लेकर चलने वालों को तवज्जो मिलेगी। पर्यवेक्षक रीटा चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए माना कि हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी से चुनाव में नुकसान हुआ है। अगर संगठन होता तो आज हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होती। साथ ही कहा कि कांग्रेस के तीन प्रकार के घोड़े की तरह काम करने वालों को संगठन में जगह मिलेगी और हरियाणा में 30 जून तक जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हो जाएगी। जिलाध्यक्षों का संगठन बनने के बाद ही नेता प्रतिपक्ष व प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति होगी। भाजपा की केंद्र व हरियाणा सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने सिर्फ दिखावा के अलावा धरातल पर कुछ नहीं किया। अाने वाला समय कांग्रेस का होगा और मजबूत संगठन के साथ कांग्रेस देश-प्रदेश में सरकार बनाएगी। इस अवसर पर पूर्व सीपीएस रणसिंह मान, पूर्व विधायक साेमवीर सिंह, पूर्व विधायक कर्नल रघबीर छिल्लर, पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी, पूर्व विधायक धर्मपाल सांगवान, मनीषा सांगवान, सुशील धानक, अनिल धनखड़ व राजू मान सहित नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।